बहराइच। जिले में संचालित हो रही 20वीं पशुगणना को सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए सीडीओ राहुल पाण्डेय ने उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, पशुचिकित्साधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, वेटनरी फार्मासिस्ट एवं पैरावेट (गणनाकार) को निर्देश दिया कि कार्य को पूरी सूक्ष्मता के साथ करें जिससे विभाग द्वारा बेहतर से बेहतर कार्य योजना तैयार की जा सके।
उन्होंने कहा कि आधारभूत आंकड़ों के जरिए विभाग द्वारा अच्छी योजना तैयार की जा सकती है। इस बार की गणना में नस्लवार पशुओं की गिनती की जानी है इसलिए आवश्यक है कि गणना कार्य से जुड़े सभी पूरी सावधानी के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। इस दौरान डॉ सिंह ने बताया कि जिले में 1 दिसम्बर से पशुगणना का कार्य प्रारम्भ है जो 28 फरवरी तक संचालित रहेगा। उन्होंने बताया कि जनपद में पशु गणना के कार्य में 140 पैरावेट (गणनाकार्य) 50 सुपरवाईजर तथा 1 स्कूटनी ऑफिसर को नामित किया गया है, जिसमें उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, पशुचिकित्साधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी, वेटनरी फार्मासिस्ट सम्मिलित हैं। उन्होंने बताया कि पशुगणना इस बार टैबलेट के द्वारा गांव मे जाकर की जायेगी और उसी स्थान से डाटा को आनलाइन सबमिट किया जायेगा। 4 तहसीलों महसी, कैसरगंज, बहराइच एवं नानपारा मे पशुगणना का कार्य प्रारम्भ भी हो गया है। अब तक 52 पैरावेटों द्वारा 3700 परिवारों की गणना का कार्य कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 2 नई तहसीलों पयागपुर एवं मोतीपुर में अभी कार्य प्रारम्भ नही हुआ है, जिसका भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त होते ही गणना का कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।