बहराइच। तमाम अटकलों के बाद सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को जनपद का दौरा किया। मुख्यमंत्री के जनपद आने तक आला अधिकारियों में हडकंप मचा रहा। दो दिन में बहराइच की गलियां चमका दी गईं। योगी आदित्यनाथ जिले में लगभग चार घण्टे रहे और बराबर कलेक्ट्रेट में समीक्षा बैठक करते रहे। बता दें कि इस दौरान जिले भर के सैंकड़ों पत्रकारों को योगी से मिलने की इजाज़त नहीं थी इसलिए उनकी एक बाईट पाने के लिए उन्हें घटों इंतजार करना पड़ा। हांलाकि सभी कार्यक्रम निपटने के बाद मुख्यमंत्री चंद मिनटों के लिए पत्रकारों से मुखातिब हुए।
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार योगी ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज, धान क्रय केन्द्र, प्राइमरी विद्यालय का निरीक्षण किया। कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने जिले के अधिकारियों की जमकर शिकायतें किये जाने की चर्चा है। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि समाज की तरक्की के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ शिक्षा है। मात्र विद्यालय का निर्माण कर देने से शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं होगा। विकास के लिए आवश्यक है कि विद्यालयों में आने वाले बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की जाये। योगी ने कहा कि जनपद में शिक्षा के क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य हुआ है परन्तु अभी गुणवत्ता में सुधार की ज़रूरत है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूलों में छात्र-नामांकन के औसत के अनुसार अध्यापकों की तैनाती की जाय। उन्होंने यह भी कहा कि यदि शिक्षा के विकास के लिए आवश्यकता महसूस हो तो आस-पास के विद्यालयों को एक कलस्टर के रूप में विकसित कर बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान की जाय। मुख्यमंत्री के कहा कि बच्चों को स्कूल परिसर तथा कक्ष में अच्छा माहौल प्रदान किया जाय। सूत्रों के मुताबिक बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष भाजपा विधायक माधुरी वर्मा के पति पूर्व विधायक दिलीप वर्मा का प्रकरण भी रखा गया। बैठक का संचालन जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा व प्रदेश की राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल, विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, अक्षयवर लाल गौड, महसी के सुरेश्वर सिंह, माधुरी वर्मा, आयुक्त देवीपाटन मण्डल सुधेश कुमार ओझा, पुलिस उप महानिरीक्षक अनिल कुमार राय, मुख्यमंत्री के डे आफिसर शुभ्रान्त कुमार शुक्ला, पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।