बहराइच। मुख्यमंत्री के सचिव मनीष चौहान ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास को केन्द्र बिन्दु में रखते हुए प्रभावी एवं कारगर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जिले के अधिकारियों का आव्हान किया कि विभाग में उपलब्ध संसाधनों से ही ऐसा कार्य करें जिसके बेहतर से बेहतर परिणाम प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि एक बेहतर कार्य योजना के माध्यम से सीमित संसाधनों का सदुपयोग कर अच्छे परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इस बात के लिए दृढ़ संकल्पित है कि विकसित और पिछड़े जनपदों के बीच की खाई को वर्ष 2022 तक समाप्त कर दिया जाये।
मनीष चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश हैं कि जनता के कार्य समय से किये जायें और जो भी निर्माण कार्य हो उनमें गुणवत्ता को शीर्ष प्राथमिकता प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रत्येक दशा में पात्र व्यक्तियों को मिलना चाहिए। शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए उन्होंने ऐसा मैकेनिज़्म डेवलप करने पर ज़ोर दिया कि जिससे तत्काल शिक्षा की गुणवत्ता का पता लगाया जा सके। बैठक के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया गया कि बाल विकास परियोजना अधिकारियों को एक्टिवेट किया जाय तथा बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए माता-पिता की काउन्सिलिंग भी करायी जाए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा, प्रशिक्षु आईएएस प्रभाष कुमार, डीएफओ बहराइच रआपी सिंह, कतर्नियाघाट जीपी सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एके पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी वीरेन्द्र सिंह, डीसी मनरेगा शेषमणि सिंह, पीडी डीआरडीए अनिल कुमार सिंह, उप निदेशक कृषि डॉ आरके सिंह, सीवीओ डॉ बलवन्त सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसके तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।