बहराइच। जिले में 6 जून 2018 के पूर्व बेसलाइन सर्वे सूची के आधार पर ओडीएफ घोषित हो चुके ग्रामों में निर्मित शौचालयों की गुणवत्ता एवं निर्धारित मानक के अनुसार निर्माण व अन्य तथ्यों का अवलोकन कर मूल्यांकन करने के उद्देश्य से भारत सरकार की विशेष टीम द्वारा 15 नवम्बर से ओडीएफ ग्रामों का सत्यापन करेगी। केन्द्रीय टीम द्वारा ओडीएफ घोषित एवं सत्यापित ग्रामों में तीन स्तरों (व्यक्तिगत, पारिवारिक एवं सामुदायिक) पर प्रबन्धन की स्थिति का जायज़ा लिया जायेगा।
जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने जनपद के समस्त सेक्टर अधिकारियों व नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 15 नवम्बर तक सत्यापन बिन्दुओं के दृष्टिगत ग्राम का सत्यापन कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रतिदिन निरीक्षण/सत्यापन रिपोर्ट जिला पंचायत राज अधिकारी को उपलब्ध करायी जाए ताकि जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा प्राप्त रिपोर्ट में कमियों को सही करके उसी दिन खण्ड विकास अधिकारी व सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) के माध्यम से प्राप्त कमियों का निराकरण कराया जा सके। गौरतलब है कि भारत सरकार द्वारा स्वन्त्रत संस्थाओं के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के संकेतकों में परिवर्तन की स्थिति मुख्यतः खुले में शौच मुक्त घोषित, सत्यापित एवं ओडीएफ स्थायित्व के मूल्यांकन हेतु रायष्ट्री वार्षिक ग्रामीण स्वच्छता सर्वेक्षण (एनएआरएसएस द्वितीय चरण) कराये जाने का निर्णय लिया गया है। एनएआरएसएस द्वितीय चरण का मुख्य उद्देश्य खुले में शौच के व्यवहार में कमी लाना, ओडीएफ स्थिति की स्थिरता एवं ग्रामीण क्षेत्रों की जनसंख्या के अनुसार ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थों का प्रबन्धत सुनिश्चित कराना है।