बहराइच। ग्राम सभा मिहींपुरवा की प्रधान कनीज बानों द्वारा किये गये भ्रस्टाचार की पोल 26 अक्टूबर को खुल सकती है। आरोप है कि ग्राम प्रधान ने केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीणों को दी गई आवासीय योजना, मनरेगा व अन्य तमाम मामलों में तगड़ी धांधली की है। इस पूरे मामले की शिकायत पर मंडलायुक्त (देवीपाटनमंडल) ने कड़ा संज्ञान लिया था जिसके बाद सीडीओ को 15 दिन के भीतर जांच के आदेश दिए गये थे।
गौरतलब है कि समाजसेवी राहुल मदेशिया की शिकायत पर पिछले दिनों बहराइच संदेश की टीम ने ग्राम प्रधान कनीज बानों के भ्रस्टाचार की खबर प्रमुखता से छापी थी। ग्राम प्रधान पर केंद्र सरकार द्वारा गरीबों की दी गई आवासीय व अन्य योजनाओं में तगड़ी धांधली के आरोप थे। सफाई व्यवस्था व मनरेगा इत्यादि योजनाओं में भी लाखों का गबन किया गया था। ग्राम प्रधान कनीज बानो के इस भ्रस्टाचार से क्षुब्ध होकर युवा समाज सेवी व उद्योग व्यापार मंडल उपाध्यक्ष राहुल मदेशिया ने मंडलायुक्त सुधेश कुमार ओझा को लिखित शिकायत दी थी।
मामले की शिकायत पर मंडलायुक्त ने कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी को 15 दिन के भीतर जाँच कराकर सख्त कार्यवाही करने का आदेश थे। मुख्य विकास अधिकारी के सख्त निर्देश पर जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने 26 अक्टूबर को ग्राम सभा मिहींपुरवा में जाँच अधिकारियों को भेजने का निर्णय लिया है। 26 अक्टूबर यानी शुक्रवार को सुबह 11 बजे जांच अधिकारी ग्राम सभा में मकड़जाल की तरह फैले भ्रस्टाचार को उजागर करने आयेंगे।