बहराइच। कुपोषण मुक्त गांवों की प्रगति की समीक्षा के लिए मंगलवार देर शाम कलेक्ट्रेट्र सभागार में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान ग्राम स्वास्थ पोषण दिवस का आयोजन सुचारू रूप न होने पर डीएम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि वीएचएनडी दिवस के लिए तैयार किये गये माइक्रोप्लान की प्रति जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारियों सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को भी उपलब्ध करायी जाये।
बैठक के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जनपद के 21 ग्रामों को कुपोषण से मुक्त करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि कुपोषण मुक्त ग्रामों की जांच के लिए सम्बन्धित उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ब्लाक स्तरीय समिति का गठन किया जायेगा। जिसमें खण्ड विकास अधिकारी उपाध्यक्ष, बाल विकास परियोजना अधिकारी सदस्य सचिव के अलावा प्रभारी चिकित्साधिकारी, पूर्ति निरीक्षक, एडीओ पंचायत, खण्ड शिक्षा अधिकारी, नीति आयोग के बीपीएम, ग्राम प्रधान व पांच सुपरवाईज़र सदस्य होंगे।
ब्लाक स्तरीय समिति की जाँच रिपोर्ट प्राप्त हो जाने के बाद जिला स्तरीय पोषण विशेषज्ञ टीम सम्बन्धित ग्राम का भ्रमण कर इस बात की पुष्टि करेगी कि ग्राम को कुपोषण मुक्त घोषित कर दिया जाए। इसके अलावा जिलाधिकारी ने ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस को जन आन्दोलन का रूप देने का निर्देश देते हुए कहा कि ग्राम स्वास्थ पोषण दिवस के अवसर पर राजस्व तथा विकास विभाग के भी ग्राम स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आमंत्रित किया जाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एके पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी वीरेन्द्र सिंह, उप जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।