बहराइच। हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज कस्बे में प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच हुई हिंसा के बाद दो नए वीडियो सामने आए हैं। जिसमें राम गोपाल मिश्रा को गोली लगने के बाद उनके साथी उन्हें बाइक पर लेकर जिला अस्पताल पहुंचाते नजर आ रहे हैं। वहीं एक दूसरे वीडियो में पुलिस के साथ चल रही भीड़ ही एक कार में तोड़फोड़ करते हुए दिख रही है।
कस्बे में बीते 13 अक्टूबर को विसर्जन जुलूस के दौरान रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसके बाद में बड़े पैमाने पर हिंसा फैली। घटना के बाद इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गयी थी लेकिन माहौल शांत होने के बाद पाबंदी हटा दी गयी। पिछले कई दिनों से उस घटना के वीडियोज सामने आ रहे हैं। इस कड़ी में अब एक नया वीडियो सामने आया है, जो घटना में गोली लगने से घायल रामगोपाल मिश्रा का है। मात्र 6 सेकेंड के इस वीडियो में बहराइच मेडिकल कालेज के इमरजेंसी वार्ड के सामने बाइक पर दो लोगों के बीच लाल शर्ट में अचेत अवस्था में बैठा एक युवक दिखाई पड़ रहा है। जो उस दौरान जीवित नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक ये वीडियो 13 अक्टूबर की शाम महराजगंज बाजार में गोली लगने से घायल रामगोपाल मिश्रा का है, जिसे जुलूस में शामिल लोग कोई चौपहिया वाहन न मिलने के बाद बाइक से लेकर बहराइच मेडिकल कालेज की इमरजेंसी वार्ड पहुंचे थे लेकिन वहां डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया था।
तहसीलदार पर लगा था आरोप
मृतक राम गोपाल के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हिंसा के समय तहसीलदार ने उनकी मदद के लिए सरकारी वाहन उपलब्ध नहीं कराया था। परिजनों के आरोप के बाद डीएम बहराइच ने तहसीलदार को लापरवाही के आरोप में जिला मुख्यालय से संबद्ध कर उसकी जांच शुरू कराई है।
वहीं एक दूसरे वीडियो में इस सीसीटीवी फुटेज में पुलिस के साथ चल रही भीड़ ही एक कार में तोड़फोड़ करते हुए दिख रही है। यह फुटेज महाराजगंज इलाके का ही बताया जा रहा है। वीडियो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि वीडियो पर अब तक पुलिस की ओर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
अब तक 14 मुकदमे, सौ से अधिक लोग गिरफ्तार
अब तक पुलिस ने हिंसा से जुड़े 14 मामले दर्ज कर लिए हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों के करीब 100 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। प्रशासन शांति व्यवस्था बहाल करने की कोशिश में जुटा हुआ है, लेकिन हालात अभी भी संवेदनशील बने हुए हैं।