लखनऊ। अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पूर्व बाबरी मस्जिद को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भड़काऊ पोस्ट करने वाले युवक को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एटीएस द्वारा मोबाइल और सिम कार्ड भी बरामद किया गया है। उसकी अन्य डिटेल भी खंगाली जा रही है।
डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर यूपी एटीएस द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पैनी नजर रखी जा रही है। साइबर पेट्रोलिंग के दौरान सामने आया कि एक्स हैंडल पर यूजर जिबरान मकरानी द्वारा विद्वेषपूर्ण व भड़काऊ पोस्ट की गयी है। जांच में सामने आया कि यह पोस्ट सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने, धार्मिक वैमनस्य व उन्माद फैलाने के उद्देश्य से की गयी है। एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल के निर्देश पर टीम ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि भड़काऊ पोस्ट करने वाले हैंडल को झांसी निवासी जिबरान मकरानी संचालित करता है।
जिसके बाद उसे पूछताछ के लिए एटीएस की झांसी यूनिट में बुलाया गया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने बाबरी मस्जिद का बदला लेने के उद्देश्य से यह पोस्ट किया था ताकि मुसलमान भाई राम मंदिर को नेस्तनाबूद कर दें, जैसे हमारे बुजुर्गों ने किया था। बाद में पुलिस से बचने के लिए उसने पोस्ट को डिलीट कर दिया था। जब एटीएस ने उसके मोबाइल को खंगाला तो उसमें पोस्ट के स्क्रीनशॉट्स, जैसे बाबरी मस्जिद के विध्वंस, इजराइल पर हुए हमास के आतंकी हमले का समर्थन करने वाले और पीएफआई के समर्थन में किए गये पोस्ट मिले।
इस संबंध में उसने बताया कि वह मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार से आहत है। वह इन भड़काऊ स्क्रीनशॉट्स को अपने एक्स हैंडल पर दोबारा पोस्ट करता है ताकि इनका प्रचार मुस्लिमों के बीच हो सके। एटीएस ने उसके खिलाफ झांसी के कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कराया है। बता दें कि मुकरयाना निवासी 24 वर्षीय जिबरान ने झांसी की बिसाती बाजार मस्जिद से हाफिज कोर्स किया है।