बहराइच। नानपारा कोतवाली क्षेत्र में सोमवार रात पत्नी की हत्या के बाद पति ने भी फंदे से लटककर जान दे दी। घटना के दौरान दो बच्चे भी घर में मौजूद थे। सूचना पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही, मृतका की बहन ने पुलिस की लापरवाही से हत्या का आरोप लगाया है।
नई बस्ती निवासी आरती की शादी 11 वर्ष पूर्व हमीरपुर जिले के कुडारा गांव निवासी धीरज से हुई थी। दंपती के दो बच्चे छह वर्षीय प्रभात व चार वर्षीय नैना है। शादी के कुछ समय तक दोनों हमीरपुर में ही रहे। सात साल पूर्व दंपती बहराइच के नानपारा नई बस्ती में आकर किराए के मकान में बहन के घर के पास रहने लगे। पति धीरज ई-रिक्शा चलाकर जीवनयापन करता था।धीरज नशे का आदी था। जिस पर दोनों के बीच विवाद आए दिन विवाद होता रहता था। मृतका ने दो माह पूर्व इसकी शिकायत पुलिस में भी की थी। जिस पर दोनों को समझाकर पुलिस ने घर भेज दिया था। लेकिन सोमवार की रात पति ने पत्नी को लोहे की रॉड से वार कर मौत की नींद सुला दिया और खुद भी खुदकुशी कर लिया।
इसके बाद बच्चों की चीख-पुकार सुनकर बगल कमरे में सो रहे मौसा, मौसी ने खून से लथपथ बहन के शव व फंदे से लटके बहनोई को देखकर हतप्रभ रह गए। मौसी पूजा ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव पीएम के लिए भेज दिया है। घटना की जानकारी मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी ने घटना का दौरा कर घटना है का जायजा लिया।
मृतका की बहन ने बताया कि बहनोई धीरज शराब पीता था। इस बात को लेकर दंपती में अक्सर विवाद होता रहता था। शराब के नशे में उसने कई पर पत्नी को बेरहमी से पीटा था। इसकी शिकायत कोतवाली में की जाती रही, लेकिन पुलिस घरेलू विवाद बताकर हर बार पीड़ित को भगा देती थी। मृतका की बहन पूजा की मानें तो शिकायतों के बाद भी बहनोई पर कोई कार्रवाई न होने से उसका हौसला बढ़ता रहा। मृतका आरती की बहन पूजा ने बताया कि पुलिस गम्भीरता से मामले को देखती, तो घटना नहीं होती। दोनों पर कड़ाई बरती गई होती, तो घटना टल सकती थी।
पुलिस क्षेत्राधिकारी नानपारा राहुल पांडेय ने बताया कि परिवारिक कलह के कारण घटना हुई है। दोनों लाशें पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है।