अंबेडकर नगर। यूपी के अंबेडकर नगर में छेड़खानी करते हुए छात्रा का दुपट्टा खींचने और उसके चलते हुई छात्रा की मौत के बहुचर्चित मामले में एक आरोपी फरहीन ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पुलिस के अनुसार फरहीन ही वह बाइक चला रहा था, जिस पर पीछे बैठे युवक ने दुपट्टा खींचा था। इस मामले में तीन नामजद आरोपी पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं।
हंसवर थाना क्षेत्र के हीरापुर बाजार में बीते 15 सितंबर को इंटरमीडियट की एक छात्रा जब अपनी चचेरी बहन के साथ स्कूल से साइकिल से घर जा रही थी तभी बाइक सवार युवकों ने छेड़छाड़ की। उसका दुपट्टा खींचने से वह असंतुलित होकर गिर पड़ी, जिसके बाद एक-एक कर दो बाइक ने उसे टक्कर मार दी। उसकी मौके पर ही मौत के बाद इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया। पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर दो सगे भाइयों अरबाज और शहबाज तथा एक अन्य फैसल को गिरफ्तार कर लिया। बाद में फरार होने की कोशिश के बीच मुठभेड़ के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया। तीनों नामजद को जेल भेजने के बाद भी पुलिस इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान में जुटी रही।
संदिग्धों की तलाश में मारे जा रहे छापों के बीच अब रामपुर बेनीपुर निवासी फरहीन ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। हालाँकि मुकदमे में पुलिस ने अरमान को अब तक आरोपी नहीं बनाया है। जबकि फरहीन के मोटरसाइकिल पर अरमान ही पीछे समान लेकर बैठा था। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार सरोज ने बताया कि एक आरोपी ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया है। संभावना है कि आरोपी को पुलिस एनकाउंटर का डर था जिससे वो पुलिस के पास न जाकर कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा।
सीओ टांडा संजय नाथ तिवारी ने बताया कि फरहीन ही असल में बाइक चला रहा था। उसी की बाइक पर बैठे शहबाज ने दुपट्टा खींचा था। शहबाज को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सीओ ने कहा कि विवेचना चल रही है। कोई और नाम प्रकाश में आया तो निर्णय लिया जाएगा।
सीएम योगी हुए थे नाराज
इस मामले में सीएम योगी खासा नाराज हुए थे। उन्होंने अंबेडकरनगर SP अजीत कुमार सिन्हा से कार्रवाई में देरी की वजह पूछी। इस पर SP के तर्क से योगी संतुष्ट नहीं दिखे। उन्होंने कहा, “अगर शासन से निर्देश न दिए गए होते तो क्या तुम अपराधियों की आरती उतार रहे थे।” योगी ने अंबेडकरनगर जिले की घटना का जिक्र बार-बार किया। घटना में जिस तरीके से छात्रा का दुपट्टा खींचे जाने और फिर टक्कर के बाद उसकी मौत हुई, SP द्वारा लापरवाही बढ़ती गई, सीएम ने इसे बहुत गंभीरता से लिया और जमकर फटकार लगाई। CM ने मीटिंग में करीब सात बार अंबेडकरनगर की घटना का जिक्र किया। ऐसी लापरवाही दोबारा ना हो, इसकी सख्त हिदायत दी।