बहराइच। शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल के हिंदी के प्रश्नपत्र में मुस्लिम समुदाय को लेकर आपत्तिजनक सवाल पर बवाल मच गया। अभिभावकों के विरोध पर विद्यालय प्रबंधन माफी मांगी है, साथ ही शिक्षिका को कार्य मुक्त कर दिया। इस मामले में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने डीएम से शिकायत की है।
हुजूरपुर रोड स्थित गुरु कृपा डिवाइन ग्रेस पब्लिक स्कूल में इस समय अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं चल रही है। परीक्षा के लिए हिंदी विषय की अध्यापिका ने पेपर बनाया। परीक्षा के लिए हिंदी विषय की अध्यापिका ने पेपर बनाया। जिसमें शिक्षिका द्वारा दिए गया लेख में विभिन्न आतंकवादी संगठनों के नाम के साथ ही भारतीय मुस्लिम आतंकवाद लिख दिया गया। बच्चे जब प्रश्नपत्र लेकर घर पहुंचे तो अभिभावकों ने इसकी शिकायत विद्यालय प्रबंधन से की।
विद्यालय प्रबंध समिति के सामने किया विरोध
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बताया कि मुस्लिम आतंकवाद से प्रेरित, तालिबान से प्रेरित, लश्कर ए तैयबा, अल कायदा और इस्लामिक राजनीति का संगठन बता दिया। यह पेपर शनिवार को छात्रों के बीच वितरित हुआ। इस पर समुदाय विशेष के छात्र पेपर को अपने अभिभावकों के सामने ले गए। नाराजगी जताते हुए विद्यालय प्रबंध समिति के सामने विरोध जताया।
डीएम को ज्ञापन देने आए सुखियान अहमद ने बताया कि यहां के एक स्कूल में अद्धवार्षिक परीक्षा चल रही है। इस परीक्षा में जो बच्चों को पेपर दिया गया है, उसमें मुस्लिम आतंकवाद से प्रेरित, तालिबान से प्रेरित, लश्कर ए तैयबा, अल कायदा और इस्लामिक राजनीति का संगठन बता दिया। इसको भारतीय मुस्लिमों से जोड़ा गया है। इसमें भारतीय मुस्लिमों को आतंकवाद बताया गया है। उसी के खिलाफ हम लोगों ने आज डीएम को ज्ञापन दिया है। डीएम ने आश्वासन दिया है कि कार्रवाई होगी।
स्कूल की मान्यता खत्म किए जाने की मांग
उन्होंने बताया कि हमारी मांग है कि स्कूल की मान्यता खत्म की जाए क्योंकि ऐसे गैर जिम्मेदाराना पेपर औप सवाल आएंगे, तो हिंदू- मुसलमानों में नफरत वाली भावना पैदा होगी। इससे हिंदू बच्चे और मुसलमान बच्चे आपस में नफरत करेंगे। नफरत वाली तालीम नहीं होनी चाहिए, प्यार वाली तालीम होनी चाहिए। हम लोगों के बच्चे उसी स्कूल में पढ़ते हैं।
नहीं थी जानकारी, सूचना मिलते ही शिक्षिका को हटाया
गुरु कृपा डिवाइन ग्रेस पब्लिक स्कूल की प्रबंधक छवि रायतानी ने बताया की उन्हें प्रश्नपत्र की जानकारी नहीं थी। हिंदी की शिक्षिका ने प्रश्नपत्र बनाया था जिसमें गलती से ये शब्द लिख गया था। जानकारी होते ही शिक्षिका को बुलाकर उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया साथ ही भविष्य में कोई अन्य शिक्षक ऐसी गलती न करे इसके लिए शिक्षिका को विद्यालय से कार्यमुक्त कर दिया गया है। ये एक मानवीय त्रुटि मात्र है, विद्यालय प्रबंधन किसी की भावना आहत नहीं करना चाहता था।
पेपर हुआ निरस्त, तीन अक्तूबर को दोबारा आयोजन
अर्धवार्षिक परीक्षा में नौवीं के हिंदी के पेपर में त्रुटि और उसके विरोध के बाद विद्यालय प्रबंधन ने पेपर निरस्त कर दिया है। प्रबंधक छवि रायतानी ने बताया की हिंदी के पेपर को दोबारा 3 अक्तूबर को करवाया जायेगा।