लखनऊ। समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर बवाल हो गया है। हिंदू धर्म को धोखा बताने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर साधु-संतों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने सोमवार को स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है। विनीत जिंदल ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा दिया गया बयान समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने वाला है। उनका बयान भड़काऊ और अपमानजनक हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो ट्वीट किया है। चार मिनट के इस वीडियो में मौर्य हिंदू धर्म के अस्तित्व पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। सपा एमएलसी ने कहा -‘द्रोपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति होने के बाद भी रोक दिया जाता है क्योंकि वो आदिवासी समाज से आती हैं। अगर आदिवासी समाज हिंदू होता तो क्या उनके साथ ऐसा बर्ताव हो सकता था। ब्राह्मणी देवता के चतुर चालाक लोग आज भी हमको आदिवासी मानते हैं। इस तरह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ भी हो चुका है। जिसे आप हिंदू धर्म कहकर उसके दीवाने और पागल होकर अपना सबकुछ लुटा देते हो, हिंदू-मुस्लिम के नाम पर दंगा करा देते हो, खून बहा देते हो, यह तुम्हारी नदानी है।’
सीएम आवास को गंगा जल से धुलवाने पर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य यही नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा- ‘जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री पद से हटे, तब इन्हीं सत्ता दल के लोगों ने मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र से धोया। जब इससे मन नहीं भरा तो गंगाजल से धोया गया। क्या अगर ब्राह्मणी देवता का कोई मुख्यमंत्री होता तो किसी की हिम्मत पड़ती उसे गोमूत्र और गंगा जल से धुल देता। उसे इसलिए धुला गया क्योंकि अखिलेश यादव पिछड़े समाज में पैदा हुए हैं। आदिवासी-दलित और पिछड़े यह कौन है जिसे पहले शू्द्र कहकर जानवरों से बदतर जिंदगी जीने पर मजबूर किया करते थे। सावधान रहना जिसे धर्म मानते हो वो इनका धंधा है। जो इनके लिए धंधा है वो आपके लिए धोखा है।’
स्वामी प्रसाद ने कहा कि मैं सोशल मीडिया से जुड़े हुए नौजवानों को भी इस बात के लिए बधाई देना चाहता हूं कि जब मैंने सम्मान-स्वाभिमान की बात को छेड़ी, जब मैंने ब्राह्मणवाद पर चोट किया, जब ब्राह्मणवादी ताकतों की चूलें हिलीं तो उसमें बहुजन समाज का सोशल मीडिया ब्राह्मणवाद के सोशल मीडिया पर भारी पड़ गया। जिस कारण आज भी गांव-गली, चट्टी-चौराहे, चाय की दुकान से लेकर सचिवालय और विश्वविद्यालय तक चर्चा चल रही है, यह एक शुभ संकेत है।
अयोध्या के साधु-संतों ने दी तीखी प्रतिक्रिया
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि सपा नेता को लगता है कि विवादित बयान देने से वोट मिलेगा। हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सपा नेता का बयान हिंदुओं को बांटने की साजिश है। राजू दास ने अखिलेश यादव से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जगतगुरु राम दिनेशाचार्य आचार्य ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे लोग भारतीय परंपरा के ताने बाने को मिटाना चाहते हैं। उन्होंने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की।
सपा नेता आईपी सिंह बोले- धार्मिक मुद्दों पर बोलने से बचना चाहिए
आजमगढ़ से सपा नेता आईपी सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का विरोध किया है। उन्होंने कहा, “धार्मिक मुद्दों पर हर दिन बोलने से बचना चाहिए। आपने वर्षो पहले बौद्ध धर्म स्वीकार कर लिया था। इसका यह मतलब कत्तई नहीं कि आप हिंदू धर्म की लगातार आलोचना करें।”
उन्होंने कहा, “आप 5 वर्ष बीजेपी में रहते हुए ये मुद्दे नहीं उठाये। आपके ऐसे विचारों से पार्टी हरगिज सहमत नहीं हो सकती ये आपके निजी विचार हो सकते हैं। जातीय जनगणना पर लड़िये, आरक्षण का हक मार रही बीजेपी सरकार उस पर लड़िये। PDA की लड़ाई लड़िये। अति पिछड़े वर्ग, अति दलित वर्ग की लड़ाई लड़िये। BHU में पिछड़े वर्ग के छात्रों को छात्रावास मिले उसकी लड़ाई लड़िये।”
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत
स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदू धर्म को धोखा कहने पर सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में शिकायत करके IPC की धारा 153A,295A,298,505 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की।