अमेठी। यूपी के अमेठी के आरिफ और सारस की कहानी ने मीडिया में जमकर सुर्खियां बटोरी थी। हाल ही में आरिफ चोरी छुपे अपने दोस्त सारस से मिलने कानपुर के चिड़ियाघर भी पहुंच गए थे। लेकिन अब आरिफ फिर चर्चाओं में आ गए हैं लेकिन इस बार वजह उनका दोस्त सारस नहीं है, बल्कि आरिफ को एक नया दोस्त मिल गया है।
आरिफ के पास अब एक नया पक्षी आ गया है। इसे हम यूं भी कह सकते हैं कि आरिफ को एक नया दोस्त मिल गया है। आरिफ का यह नया दोस्त एक बाज है। आपको जानकर हैरानी होगी कि आरिफ की दोस्ती इस बाज से भी वैसे ही हुई है जैसे सारस से हुई थी। आरिफ ने बताया कि ये बाज जब उन्हें सड़क पर चोटिल पड़ा मिला, तब वो इसे उठाकर फौरन डॉक्टर के पास ले गए और इसका इलाज कराया। इलाज के बाद एक दो दिन उन्होंने इसकी देखभाल की और फिर छोड़ दिया। लेकिन बाज उनके पास वापस आ गया। उनका कहना है कि ” ये बाज की मोहब्बत ही थी कि वह लौटकर फिर उनके पास आ गया। “
ये भी छोड़ने के बाद वापस आ गया
वहीं अब ये बाज भी सारस की तरह हर वक्त आरिफ के पास ही रहता है। यह बाज आरिफ के इशारे समझने लगा है। आरिफ इसका मूड समझते हैं। वह समझते हैं कि कब उसे क्या चाहिए। आरिफ कहते हैं कि सारस की तरह तो नहीं हुआ है लेकिन वह उनका दोस्त बन चुका है।
मोहम्मद आरिफ ने बताया कि दोस्ती की कोई परिभाषा नहीं है। सारस से मेरी बहुत गहरी दोस्ती थी, लेकिन वह राजकीय पक्षी था शायद इसलिए वन विभाग वाले उसे ले गए। यह बाज राजकीय पक्षी नहीं है। शायद इसे ना ले जाया जाए। मुझे यह बाज़ घायल अवस्था में मिला था। मैंने इसका इलाज करवाया फिर इसे आजाद कर दिया लेकिन वह फिर गया नहीं और मेरे साथ ही रहने लगा। दिन भर इधर उधर उडने के बाद यह मेरे साथ ही रहता है। आरिफ़ बताते हैं कि दोस्ती और प्यार की कोई परिभाषा नहीं है। हम-आप जिससे प्यार दुलार से बात करेंगे, वह हमारे साथ रहना चाहेगा।
सारस को रिहा ऐसी इच्छा
आरिफ कहते हैं कि मुझे अब सारस से मिलने नहीं दिया जा रहा है। पिछली बार जब मैं कानपुर चिड़ियाघर गया तो मुझे रोक दिया गया। मैं चाहता हूं कि सारस मुझे मिले या ना मिले कब से कम आजाद हो जाए। इसके लिए वह जल्द ही न्यायालय जाने की बात भी कह रहे हैं।