भदोही। आपको एक फिल्मी गाना याद होगा जिसके बोल थे ‘ना उम्र की सीमा हो ना जन्म का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन’, यह गाना यूपी के भदोही में साकार होता दिखा। यहाँ 60 साल के एक बुजुर्ग आशिक ने बेटे-बहू, पोता-पोती से बगावत कर 28 साल की एक विवाहिता से थाने में शादी रचा ली है।
गोपीगंज कोतवाली इलाके के बिहरोजपुर निवासी 60 वर्षीय बिरहा गायक सुदई राम यादव का प्रेम संबंध अपने उम्र से आधे से कम कोईरौना इलाके के मझगवां निविहा की रहने वाली 28 वर्षीय विवाहिता अशर्फी देवी से काफी दिनो से चल रहा था। इसी बीच मौका पाकर सुदई राम यादव व विवाहिता अशर्फी देवी घर से फरार हो गये। अशर्फी देवी की शादी वर्ष 2008 में कृष्ण मूरत यादव के साथ हुई थी। उससे दो मासूम बच्चे भी हैं। कृष्ण मूरत तमिलनाडु में नौकरी करता था। पति कृष्ण मूरत ने पत्नी की गुमशुदगी की शिकायत कोईरौना थाने में की। कोईरौना पुलिस ने अशर्फी देवी को उसके 60 वर्षीय प्रेमी के साथ बरामद कर थाने ले आयी।
वहीं अशर्फी देवी थाने पहुंचने के बाद सुदई राम यादव के साथ रहने पर अड़ी रही। इस दौरान थाने में अशर्फी देवी का पति सहित परिवार के लोग मौजूद रहें। उधर, सुदई राम यादव के बेटे, पत्नी, बहू व पोती-पोता भी थाने पहुंच गये। लेकिन दोनो का इश्क इस तरह परवान चढ़ा था कि अलग होने को राजी नहीं थे। जहां थाने के मंदिर में दोनो ने शादी रचायी।