प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत हो चुकी है। अब उनके कब्जे से लोगों की जमीनें छुड़ाने के लिए यूपी सरकार जल्द एक आयोग का गठन कर सकती है। अतीक ने जिन लोगों की जमीन को कब्जाया था अब राज्य सरकार द्वारा उन जमीनों को असल मालिकों को वापस लौटाएगी।
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ में बीते 4 दशक में बड़ी संख्या में लोगों की जमीनों पर कब्जा किया था। किसी की जमीन जबरन हथिया ली तो किसी की जमीन ओने पौने दामों में खरीद ली। अतीक की गुंडई, रसूख और नेता, पुलिस, प्रशासन के अधिकारियों से संबंध देखकर ज्यादातर लोग या चुपचाप बैठ जाते थे या फिर थाना चौकी के चक्कर काटते रहते थे। कुछ लोग हिम्मत करके एफआईआर दर्ज कराते थे, लेकिन उनकी सुनवाई ही नहीं हो पाती थी। कई शिकायतकर्ता तो ऐसे भी थे जिन्हें थाना चौकी से ही भगा दिया जाता था।
प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद अतीक अहमद की अवैध संपत्तियों के खिलाफ ऐक्शन तेज हो गया। सरकारी जमीनों को अतीक के कब्जे से मुक्त कराया गया और उस पर सरकारी आवास बनाए गए। लेकिन अतीक हत्याकांड के बाद ऐसे तमाम पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो गया, जिनसे अतीक और अशरफ ने जबरन जमीन छीनी थी। तमाम ऐसे लोग आज पुलिस के चक्कर काट रहे हैं, इसको देखते हुए अधिकारी रूपरेखा तैयार कर रहे हैं।
बीते दिनों शासन के साथ हुई तमाम बैठकों में यह मुद्दा उठा जिसके बाद आयोग के गठन की चर्चा शुरू हुई। गृह विभाग के सूत्रों के मुताबिक इस आयोग में तीन से पांच सदस्य हो सकते हैं। इसमें रिटायर्ड आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के अलावा सेवानिवृत्त न्यायाधीश भी शामिल किए सकते हैं। शासन के सूत्रों का कहना है कि आयोग अतीक और अशरफ से पीड़ित तमाम लोगों को उनकी संपत्तियां वापस कराने के लिए कानूनी सहायता दिलाने का काम करेगा।
बता दें बीते शनिवार की रात जब अतीक को उसके भाई अशरफ के साथ मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया जा रहा था इस दौरान तीन हमलावरों ने गोली मारकर अतीक और अशरफ की हत्या कर दी थी।