शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शनिवार दोपहर बड़ा हादसा हुआ है। ग्रामीणों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली रटा पुल से रेलिंग तोड़ती हुई पुल से नीचे गिर गई। ट्रॉली में महिलाओं और बच्चों समेत करीब 40 लोग सवार थे। हादसे में 14 लोगों को मौत हो गई है। कई लोग घायल हैं। सीएम योगी ने हादसे पर दुःख जताया है।
तिलहर क्षेत्र के सुनौरा अजमतपुर गांव में रविवार से भागवत कथा का आयोजन होना है। इससे पहले कलश यात्रा निकाली जानी थी, जिसके लिए दो ट्रैक्टर ट्रालियों में बैठकर महिलाएं व पुरुष क्षेत्र के ही बिरसिंहपुर में गर्रा नदी के लिए रवाना हुए थे। जल भरने के बाद सभी वापस गांव के लिए निकले। इसी दौरान दोनों ट्रॉलियां एक दूसरे को ओवरटेक करने लगीं। जिसके बाद एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पुल की रेलिंग तोड़कर करीब 40 फीट नीचे गिर गई। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। ट्रॉली में करीब 42 लोग सवार थे। हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक लोग बुरी तरह से घायल हो गए। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। सभी आनन-फानन में एक-दूसरे को बचाने में जुट गए।
कोतवाल राजकुमार शर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और कई एंबुलेंस के द्वारा घायलों को सीएचसी भेजा गया। एसपी एस आनंद ने बताया कि बिरसिंहपुर क्षेत्र में नदी के पुल से गिरी ट्रैक्टर ट्राली में सवार 14 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि घायलों को इलाज कराकर उनकी जान बचाने का प्रयास किया जा रहा है। राहत टीमें लगी हुई हैं, उच्च अधिकारी पूरे मामले पर नजर रखे हुए हैं। हादसे की खबर पाकर मौके पर विधायक सरोना कुशवाहा एवं पूर्व विधायक रोशनलाल वर्मा भी पहुंचे और लोगों को ढांढस बंधाया।
सीएम योगी ने जताया दुख
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं। इसी के साथ घायलों के जल्द स्वस्थ होने की भी कामना की है। मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।
कानपुर में गई थी 27 की जान
पिछले साल सितंबर में कानपुर में भी हादसा ट्रैक्टर-ट्रॉली से ही हुआ था। हादसे के दौरान ट्रॉली में मौजूद लोग मुंडन संस्कार से लौट रहे थे। एक ड्राइवर के शराब के शौक के कारण 27 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। इसके बाद सीएम योगी ने शहरों और ग्रामीणों में ट्रैक्टर-ट्रॉली का कृषि कार्य के अलावा दूसरे कामों में इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद भी लोग बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस-प्रशासन भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं करती और हादसे हो जा रहे हैं।