बहराइच। कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने सरकारी चिकित्सालयों में तैनात चिकित्सकों से आव्हान किया कि जनस्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करें।
उन्होंने कहा कि चिकित्सक सरकारी सेवक के साथ-साथ जनसेवक भी है, चिकित्सक होना बड़े गौरव की बात है। बैठक में डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को चिकित्सीय सेवाओं का लाभ दिलाये जाने के उद्देश्य से ग्राम स्तरीय स्वास्थ्य कर्मियों को एक्टिवेट करें। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिया कि अपने स्तर पर विभागीय कार्यो की नियमित रूप से समीक्षा करते रहें और अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रत्येक स्तर पर प्रोत्साहित व सम्मानित किया जाए।
इसके अलावा जनपद में 27 जुलाई से 09 अगस्त 2018 तक संचालित होने वाले सघन दस्त नियन्त्रण पखवाड़ा के सम्बन्ध में की गयी तैयारियों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि इस कार्य में आशा व एएनएम का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। उन्होंने कहा कि पखवाड़ा अन्तर्गत ड्यूलिस्ट तैयारी का कार्य त्रुटि रहित तरीके से किया जाए। वहीं मातृ स्वास्थ्य एवं जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि गर्भवती महिलाओं के फोलाअप के दौरान ही उनके आधार, बैंक खाता इत्यादि का विवरण प्राप्त कर लिया जाय ताकि संस्थागत प्रसव के पश्चात उन्हें लाभान्वित करने में किसी प्रकार का अनावश्यक विलम्ब न हो।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, ज्वाईन्ट मजिस्ट्रेट प्रशिक्षु आईएएस प्रभाष कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एके पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ओपी पाण्डेय व डा। राबिया, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसके तिवारी, डिप्टी सीएमओ डॉ पीके बांदिल, चिकित्साधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी व एनजीओ प्रतिनिधि उपस्थित रहे।