वाराणसी। जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी के बयान पर पुरी पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अल्लाह शब्द संस्कृत का शब्द है। स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि अल्लाह शब्द मातृ वाचक और शक्तिवाचक शब्द है। ओम तो परमात्मा का नाम है। साथ ही उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी 2024 में भी प्रधानमंत्री बनेंगे।
पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती मंगलवार को पांच दिवसीय प्रवास पर वाराणसी पहुंचे हैं। वह 5 दिनों तक चलने वाले संगोष्ठी, दीक्षांत और धर्मसभा में शामिल होंगे। बुधवार को वाराणसी में मीडिया से बातचीत में स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि धर्म पर सवाल उठाने वाले लोग संस्कृत व्याकरण का अध्यन करें। हम सबके पूर्वज सनातनी वैदिक आर्य ही थे। मीडिया से बातचीत में पुरी पीठ के शंकराचार्य ने बागेश्वर धाम का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हिंदुओं को भटकने से बचा रहे हैं। भगवान का नाम लेते हैं। वो अच्छा काम कर रहे हैं। धीरेंद्र कृष्ण अपनी ओर से कभी नहीं कहते कि उन्होंने चमत्कार किया। वो हमेशा कहते हैं कि हनुमान जी की कृपा है। राजनीति में धर्म के इस्तेमाल होने पर कहा कि दोनों एक दूसरे से अलग-अलग नहीं हैं। उन्होंने संस्कृत के कुछ शब्दों का जिक्र कर कहा कि धर्म के बिना राजनीति हो ही नहीं सकती।
एक सवाल के जवाब में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि 2024 में नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री रहेंगे। क्योंकि वह देश को लूटने वाले और अपने घर को भरने वाले नहीं हैं। रामचरितमानस से एक चौपाई हटाने की मांग पर शंकराचार्य ने कहा कि उन लोगों में हिम्मत है तो बाइबल और कुरान पर कटाक्ष करके दिखाएं। फिर क्या होता है, वह देखेंगे। रामचरितमानस पर टिप्पणी करने वाले लोग चाणक्य नीति का अध्ययन करें।