बहराइच। जिलाधिकारी शिविर कार्यालय पर शुक्रवार को गौ संरक्षण समिति की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान दौरान डीएम माला श्रीवास्तव ने जिला विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि उप जिलाधिकारियों से पत्राचार कर प्रत्येक तहसील में कम से कम चार-चार चारागाहों को विकसित कराया जाए तथा गौशालाओं में गौवंश रखने की क्षमता को भी बढ़ाया जाए। बैठक के दौरान सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि छुट्टा गौवंश को रखे जाने के लिए काज़ीहाउस की आवश्यक मरम्मत करा दी जाए।
जिलाधिकारी ने सुझाव दिया कि कानपुर के पालेकर मॉडल पर गौशालाओं में बायोगैस संयन्त्र स्थापित कराये जायें क्यूंकि इससे बिजली की खपत में कमी होगी। इसके अलावा उन्होंने डीएफओ बहराइच व कतर्नियाघाट को वन क्षेत्रों एवं ग्राम सभागों की भूमि पर अधिक से अधिक चारा प्रजाति के वृक्ष जैसे शू-बबूल को रोपित कराये जाने का निर्देश दिया। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच आरपी सिंह व कतर्नियाघाट के जीपी सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर सिद्धार्थ तोमर, जिला विकास अधिकारी वीरेन्द्र सिंह, जिला कृषि अधिकारी राम शिष्ट, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, उप प्रभागीय वनाधिकारी प्रकाश चन्द्र पाण्डेय, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. शिव कुमार रावत, पशु चिकित्साधिकारी डा. अनुराग यादव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।