बहराइच। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर शुक्रवार को हुए हादसे में मृतकों को संख्या बढ़कर 7 गयी। हादसे में बेटी, दामाद समेत 7 लोगों की मौत से बहराइच के जरवलरोड का भया पुरवागांव बिलख उठा है।
जरवलरोड थाना के भया पुरवा के मुस्तफाबाद गांव निवासी माता प्रसाद ने अपनी बेटी अनीता का विवाह बाराबंकी जिले के चित्रगुप्त नगर निवासी निवासी दिनेश के साथ किया था। अनीता की ससुराल बाराबंकी में भले थी लेकिन वह अपने मायके भया पुरवा गांव में रहकर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षण कार्य करती थी। शुक्रवार को आगरा से बाराबंकी लौटते वक्त दिनेश राजपूत (39), पत्नी अनीता सिंह (34), बेटी गौरी उर्फ संस्कृति (9), बेटों में आर्यन (16) व लक्ष्यवीर (13), सास कांती देवी (52), साली प्रीती (15) और साली प्रिया (9) सड़क हादसे का शिकार हो गए।
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उन्नाव के औरास थाना क्षेत्र में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हुए इस हादसे में दिनेश कुमार राजपूत, उनकी पत्नी अनीता सिंह, बेटी गौरी, साली प्रीति सिंह, सास कांती सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बेटा लक्ष्यवीर व आर्यन और साली प्रिया सिंह गंभीर रूप से घायल हुए। शुक्रवार शाम तक आर्यन की हालत गंभीर थी लेकिन शनिवार सुबह उसकी भी मौत हो गई। साथ ही साली प्रिय ने भी दम तोड़ दिया।
जबकि बेटा लक्ष्यवीर सुरक्षित है। उसकी हालत खतरे से बाहर है। लक्ष्य की नानी और दो मौसी के शव उनके पैतृक निवास बहारइच के पुरवा गांव लाए गए, यहाँ उनका अंतिम संस्कार किया गया। हादसे के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है।