अलीगढ। यूपी में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में गणतंत्र दिवस पर अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए गए। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी गई है। कमेटी पांच दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट सोंपेगी। साथ ही एक छात्र को सस्पेंड कर दिया गया है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में गुरुवार की सुबह गणतंत्र दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. तांरिक मंसूर ने झंडा फहराया। झंडोत्तोलन का कार्यक्रम समाप्त होते ही छात्रों के एक समूह ने ‘नारा ए तकबीर, अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। कैंपस में नारेबाजी शुरू हुई तो छात्रों ने इसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो डाला गया और कुछ ही देर में यह वायरल हो गया। नारेबाजी करने वाले छात्रों में एनसीसी के कैडेट भी दिखाई दे रहे थे। वायरल वीडियो में पहले छात्र एएमयू जिंदाबाद के नारे लगाते दिखते हैं। इसके बाद एक छात्र नारा ए तकबीर बोलता है। अन्य साथी अल्लाह हू अकबर से इसमें साथ देते दिखाई दे रहे हैं।
बीए प्रथम वर्ष का है निष्कासित छात्र
एएमयू के प्रोक्टर प्रो मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि सर सयैद हॉल साउथ में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के बाद नारे लगाने वाले वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए आफताब हॉल के बीए प्रथम वर्ष के छात्र वहीदउज्मान को सस्पेंड कर दिया गया है। यह छात्र पश्चिम बंगाल के माएदा का रहने वाला है।
तीन सदस्यीय जांच समिति गठित
गणतंत्र दिवस पर नारेबाजी के मामले पर एएमयू रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान ने कार्यालय आदेश जारी किया है। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है, जो पांच दिन में अपनी रिपोर्ट सोंपेगी। जांच कमेटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो अरशद हुसैन खान, हिंदी विभाग के अजय बिसारिया और सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो फरीद मेहदी को रखा गया है।
प्रॉक्टर प्रो. वसीम मलिक ने कहा है कि मामले की जांच कराई जा रही है। नारेबाजी गणतंत्र दिवस कार्यक्रम समाप्त होने के बाद हुई है। नारेबाजी में कौन छात्र शामिल है? इसकी पहचान की जा रही है। छात्र की पहचान होने के बाद सच्चाई सामने आएगी। इस आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।