बहराइच। स्वास्थ्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों के प्रगति एवं क्रियान्वयन की समीक्षा हेतु बुधवार को देर शाम स्वास्थ्य समिति की बैठक की गयी। आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा में मिहींपुरवा, बलहा, नवाबगंज व जरवल की प्रगति संतोषजनक न पाए जाने पर डीएम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने आयुष्मान मित्रों को नोटिस जारी किए जाने का निर्देश देते हुए सभी सम्बन्धित अधिकारियों से भी कहा कि अपने स्तर पर भी प्रगति की नियमित समीक्षा कर शत प्रतिशत पात्र लोगों का कार्ड बनाया जाए।
विकास भवन सभागार में आयोजित स्वास्थ्य समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग को निर्देश दिया कि संक्रामक रोगों की रोकथाम हेतु अभियान संचालित कर एण्टीलार्वा का छिड़काव तथा फागिंग कराई जाय तथा जल स्रोतो को विसंक्रमित भी कराया जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि बाल विवाह से सम्बन्धित शिकायत मिलने पर स्वास्थ्य, प्राबेशन व आईसीडीएस विभाग की संयुक्त टीम मौके पर जाकर सम्बन्धित परिवार को बाल विवाह से होने वाले शारीरिक व मानसिक नुकसानों के बारे में जागरूक करें तथा परिवार के साथ काउन्सलिंग भी की जाए।
इसी प्रकार जनपद से कुपोषण को समाप्त करने के लिए डीएम ने चिकित्सकों, बाल विकास परियोजना अधिकारियों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, एएनएम व आशाओं को जागरूकता अभियान संचालित करने तथा कुपोषण की पहचान, कुपोषण दूर करने के लिए उपयुक्त आहार तथा अन्य परामर्शों से सम्बन्धित पैम्फलेट व स्टीकर इत्यादि के माध्यम से भी लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अभियान के दौरान लोगों को मुॅह व दांतों की सफाई तथा नीम के दातून के महत्व के बारे में भी जागरूक किया जाय ताकि लोग अपने आस-पास मौजूद औषधीय पौधों के बारे में जान सकें।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की समीक्षा करते हुए डीएम डॉ. चन्द्र ने निर्देश दिया कि शत प्रतिशत चिन्हांकन कर सभी अर्ह लोगों को योजना से आच्छादित किया जाए। विशेष टीकाकरण अभियान की समीक्षा करते हुए डीएम डॉ. चन्द्र ने निर्देश दिया कि ड्यूलिस्ट तैयार कर सभी लक्षित बच्चों को खसरा व रूबेला का टीका लगाया जाय। इन्कारी परिवारों को राज़ी करने के लिए अन्य विभागों, धर्मगुरूओं, ग्राम के संभ्रान्तजनों, प्रधान, कोटेदार इत्यादि की मदद ली जाए। परिवार नियोजन अभियान की समीक्षा करते हुए महिला एवं पुरूष नसबन्दी प्रगति कम पाए जाने पर डीएम ने निर्देश दिया कि योग्य दम्पत्तियों तक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। इसके अलावा अन्य स्वास्थ्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।