बहराइच। बैकों की जिला सलाहकार समिति एवं जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक के दौरान पाया गया कि स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल और इण्डियन बैंक की के.सी.सी. की प्रगति संतोषजनक नहीं है।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल व इण्डियन बैंक की के.सी.सी. की संतोषजनक प्रगति पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि यथास्थिति से भारतीय रिज़र्व बैंक व बैकों के राज्य समन्वयकों को अवगत कराया जाय। किसान क्रेडिट कार्ड पशुपालन घटक की समीक्षा के दौरान डीएम ने जिले में दुग्ध की कम खरीद पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि सभी सम्बन्धित के साथ बैठक कर दुग्ध खरीद में सुधार लाया जाए तथा दुग्ध उत्पादन समितियों को क्रियाशील किया जाए। दुग्ध खरीद कम होने पर डीएम ने दुग्ध विकास अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान किए जाने का भी निर्देश दिया।
जिले में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित रोज़गारपरक योजनाओं से सम्बन्धित ऋण पत्रावलियों के निस्तारण में बैंकों द्वारा अपेक्षित सहयोग न किए जाने पर डीएम ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेरी ओर से सम्बन्धित बैंकों के विरूद्ध पत्र भिजवाएं। जिले में ऋण जमा अनुपात (सीडी रेशियो) मानक 60 प्रतिशत के सापेक्ष 75.04 प्रतिशत पाये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बैंको प्रतिनिधियों को निर्देश दिये गये कि इसी प्रकार जिले की सीडी रेशियों को बनाये रखा जाय। डीएम ने बैकों को निर्देंश दिया कि आधार फीडिंग कार्य में अपेक्षित सुधार लाया जाए।
बैठक में वार्षिक ऋण योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत समूहों के खाते खोलने एवं क्रेडिट लिंकेज प्रदान करने, जिला उद्योग एवं खादी ग्रामोद्योग द्वारा संचालित ऋण योजनाओं, किसान क्रेडिड कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम स्वनिधि योजना, नीति आयोग के वित्तीय समावेशन, आईजीआरएस के सन्दर्भो के निस्तारण, आर.सी. के सापेक्ष वसूली की प्रगति इत्यादि की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
बैठक का संचालन लीड बैंक प्रबन्धक अमित गौरव ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, सीएमओ डॉ. एस.के. सिंह, डीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, पीडी डीआरडीए पी.एन. यादव, उपायुक्त एनआरएलएम के.डी. गोस्वामी, आरबीआई के प्रतिनिधि सुश्री शिवानी कुमकुम, डीडीएम नाबार्ड एम.पी. बर्नवाल, सहायक निदेशक मत्स्य डॉ जितेन्द्र शुक्ला, प्राचार्य आईटीआई प्रदीप अग्निहोत्री, पीओ डूडा संजय सिंह अन्य सम्बन्धित अधिकारी व बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।