मिहींपुरवा। सहारा इंडिया की विभिन्न योजनाओं में जमाकर्ताओं, एजेंट के हजारों करोड़ रुपए फंस गए हैं। बुधवार को सभी ने सहारा बैंक के सामने प्रदर्शन किया। जमाकर्ताओं ने बताया कि सहारा इंडिया कंपनी में खून-पसीने की कमाई जमा कराई थी लेकिन कंपनी द्वारा पूंजी वापस नहीं की जा रही है।
मिहीपुरवा कस्बा में सहारा बैंक की शाखा स्थित है। बैंक क्षेत्र के हजारों लोगों ने अपना रूपया जमा किया है। लेकिन अब उन्हीं का रूपया बैंक वापस नहीं कर रहा है। इसको लेकर उपभोक्ताओं के साथ जमा कर्ताओं में नाराजगी है। प्रदर्शन में आई हुई महिलाओं ने अपनी अलग अलग समस्याएं बताई, उन्होंने कहा कि परिवार के मांगलिक कार्यक्रम, बच्चों की पढ़ाई, बीमारी और मृत्यु तक के कार्यक्रमों के लिए भी दर-दर भटक रहे हैं।
इस सम्बन्ध में शाखा प्रबंधक रत्नेश कुमार त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सेवी सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा चल रहा है इसीलिए भुगतान नहीं हो पा रहा है। वहीं लोगों का कहना है कि सहारा इंडिया के करीबियों का भुगतान कर दिया जाता लेकिन जो गरीब मजदूर परेशान व्यक्ति हैं उनकी कोई नहीं सुनने वाला नहीं है। इससे पहले भी कई बार प्रदर्शन किया तथा उप जिलाअधिकारी को ज्ञापन भी दिया था परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई
सहारा बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकर्ता कयूम अंसारी ने बताया कि मिहींपुरवा क्षेत्र से करीब 500 करोड़ रुपए अभी तक जमा है जिसका भुगतान बैंक नहीं कर रही है ऐसे में हम लोगों से लड़ाई-झगड़ा एवं अमादा फौजदारी होते हैं परंतु बैंक सहारा परिवार की तरफ से हम लोगों को कोई भी आश्वासन या हम लोगों का भुगतान न करके हमारी परेशानियों को बढ़ाया जा रहा है।
प्रदर्शन के दौरान अजय कुमार त्रिपाठी मोटीवेटर, राजेंद्र प्रसाद कोऑर्डिनेटर, सब्बू अहमद सीएफएम, नरेंद्र प्रसाद सिंह, दिलीप कुमार वर् , सुएब अहमद, कयूम अंसारी आदि लोग मौजूद रहे।