मैनपुरी। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव को महीना भर भी नहीं है और राजनीतिक बयानबाज़ी का दौर शुरू हो गया है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आज गोरखपुर में एक बार फिर से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वह चापलूसों से घिरे हुए हैं।
मुलायम सिंह के निधन के बाद यह अटकलें लगने लगी थीं कि अखिलेश और शिवपाल एक होकर फिर से पार्टी को मजबूत कर सकते हैं। सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘हमारी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ही असली समाजवादी पार्टी है और हमारे साथ कोई लालची व्यक्ति नहीं है। हम लालची लोगों से दूर रहते हैं।सपा संस्थापक दिवंगत मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल ने अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा, “वह चापलूसों से घिरे हुए हैं जो केवल चापलूसी में विश्वास करते हैं।”
मैनपुरी के लोकसभा उपचुनाव पर कहा कि यह देश और प्रदेश की तकदीर का फैसला करेगा। वहीं तेज प्रताप के समर्थन पर शिवपाल ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पहले सपा की तरफ से नाम जाने दो। खुद के चुनाव मैदान में उतरने पर कहा कि अभी फैसला आने दीजिए फिर देखेंगे। साथ ही अपर्णा यादव के भाजपा से मैनपुरी से चुनाव लड़ने पर शिवपाल ने चुप्पी साध ली।
नेताजी के निधन के बाद चाचा-भतीजे के फिर से हाथ मिलाने की थी अटकलें
सपा संस्थापक और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का 10 अक्टूबर, 2022 को 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया। लगभग एक पखवाड़े तक चले मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार से संबंधित रस्मों के दौरान शिवपाल सिंह और अखिलेश यादव के बीच करीबी ने “चाचा-भतीजा” के फिर से हाथ मिलाने की अटकलें तेज कर दी थीं। शिवपाल सिंह और अखिलेश यादव मार्च में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक साथ आए थे लेकिन चुनावों के बाद रिश्ते सहज नहीं रहे और वे फिर से अलग हो गए।