गाजियाबाद। यूपी के गाजियाबाद में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला झूठा साबित हुआ है। महिला और उसके साथियों ने 53 लाख रुपए की प्रॉपर्टी के विवाद का समाधान निकालने के लिए 5 लड़कों को फंसाया था। पुलिस ने मामले में महिला समेत चार आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस महिला को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गिरफ्तार करेगी।
पुलिस लाइन में मेरठ रेंज के आईजी प्रवीण कुमार और SSP मुनीराज जी. ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस की। आईजी ने बताया, “पीड़ित महिला का शाहदरा दिल्ली में स्थित 53 लाख रुपए की प्रॉपर्टी को लेकर गैंगरेप के नामजद आरोपियों से विवाद चल रहा है। साल-2021 में आजाद ने ये प्रॉपर्टी समीना से ली थी। आजाद ने इसकी पॉवर ऑफ अटॉर्नी दीपक जोशी को कर दी। दीपक ने फरवरी-2022 में इसकी पॉवर ऑफ अटॉर्नी पीड़िता महिला के नाम कर दी। प्रॉपर्टी पर कब्जे को लेकर विवाद है और ये केस कड़कड़डूमा कोर्ट दिल्ली में चल रहा है।”
पांचों नामजद आरोपियों में से किसी की भी लोकेशन घटना के बताए गए वक्त पर घटनास्थल पर नहीं मिली है। इसलिए, घटना संदिग्ध लग रही है। जांच जारी है। प्राइवेट पार्ट में रॉड डाले जाने की मेडिकल परीक्षण में पुष्टि नहीं हुई है। पांच से छह सेंटीमीटर का यू-आकार का लोहे का एक तार मिला है। इसका परीक्षण कराया जा रहा है।
प्रॉपर्टी कब्जाने का था प्लान
इस प्रापर्टी को कब्जाने के लिए ही फर्जी सामूहिक दुष्कर्म की साजिश रची गई थी। आरोपितों की साजिश थी कि मकान में रह रहे दोनों भाइयों व उनके साथियों को दुष्कर्म के आरोप में फंसाकर इस प्रापर्टी पर कब्जा कर लेंगे। आईजी ने बताया कि पुलिस जांच में पता चला कि पीड़िता का दोस्त आजाद है। वो दिल्ली में वैलकम थाना क्षेत्र स्थित कबीरनगर का रहने वाला है। आजाद ने इस प्रॉपर्टी विवाद का समाधान निकालने के लिए कथित गैंगरेप की स्क्रिप्ट रची। आईजी ने बताया कि महिला अपनी स्वेच्छा से घटनास्थल पर पड़ी मिली और स्वेच्छा से ही एक नियत स्थान पर दो दिन तक रही। उसका न किडनैप हुआ और न गैंगरेप।
आजाद ने पूछताछ में कबूला है कि घटना से ठीक पहले उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था और घटनास्थल के आसपास ही मौजूद था। इस काम में आजाद ने गौरव निवासी बादलपुर और अफजाल निवासी कैला भट्टा गाजियाबाद को साथ लिया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। जिस गाड़ी में वो घटनास्थल से ले जाई गई, वो गौरव की है।
क्या था मामला?
बुधवार को एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि यूपी 112 से थाना पुलिस को एक महिला के पड़े होने की सूचना मिली। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह नंदनगरी दिल्ली की रहने वाली है और एक दिन पहले अपने भाई के यहां जन्मदिन जन्मदिन मनाने के लिए नंदग्राम क्षेत्र की बॉम्बे कॉलोनी में आई थीं। जब इनके भाई ने वापसी में इनको रास्ते में छोड़ा तो वहां से इनको कुछ लोग ले गए, जो कि इनसे पूर्व में ही परिचित हैं। पहले उन्होंने दो लोग बताये थे, बाद में 5 लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया।
उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि आरोपी महिला के पूर्व से ही परिचित हैं। इनका प्रोपर्टी का विवाद चल रहा है। पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने दिल्ली के दीनू, शाहरुख, जावेद, धोला और औरंगजेब उर्फ जहीर के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
पुलिस के मुताबिक महिला को एमएमजी अस्पताल ले जाया गया जहाँ उन्होंने मेडिकल करवाने से इनकार कर दिया। इसके बाद जनपद मेरठ के मेरठ अस्पताल में रेफर किया लेकिन वो अपने परिचित के दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज करवा रही है। जांच में पता चला कि महिला जीटीबी अस्पताल में ही पिछले 10 से ज्यादा साल से बतौर नर्स कार्यरत है।
घटनास्थल पर पहले से मौजूद था आजाद
महिला के सड़क किनारे पड़े होने की सूचना पुलिस को राहगीर ने दी लेकिन उससे पहले ही एक युवक वहां मौजूद था। राहगीर ने बताया कि पुलिस के आते ही वह युवक वहां से चला गया था। उसने उसे आवाज भी दी लेकिन वह नहीं आया। बाद में पुलिस ने उस युवक को हिरासत में ले लिया था। पता चला कि वो महिला का पुराना दोस्त आजाद है।