लखनऊ। इमरान मसूद ने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया हैं। इमरान मसूद ने आज बसपा प्रमुख मायावती से मुलाकात के बाद सदस्यता ग्रहण की है। मायावती ने मसूद को पश्चिमी उप्र का बसपा का संयोजक भी नियुक्त किया है। इमरान के बसपा ज्वाइन करते ही उनका पुराना वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह बसपा को पार्टी नहीं लुटेरों का गिरोह बता रहे हैं।
मसूद के बसपा में शामिल होने की जानकारी मायावती ने ट्वीट करके भी दिया। मायावती ने लिखा कि उत्तर प्रदेश व खासकर पश्चिमी यूपी की राजनीति में इमरान मसूद एक जाना-पहचाना नाम हैं। जिन्होंने आज अपने करीबी सहयोगियों के साथ मुझसे मुलाकात की और वे समाजवादी पार्टी छोड़कर, अच्छी नीयत व पूरी दमदारी से काम करने के वादे के साथ, बीएसपी में शामिल हो गए। तहेदिल से स्वागत।
कभी पीएम मोदी को बोटी-बोटी काटने की धमकी देने वाले इमरान मसूद इसी साल कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में आए थे। उन्हें टिकट नहीं मिला तो सपा से नाराज चल रहे थे। बसपा ज्वाइन करने के बाद इमरान ने कहा कि वह बहन जी के मूवमेंट को मजबूती देने आए हैं। कहा कि जब जब बसपा का मूवमेंट कमजोर हुआ है भाजपा मजबूत हुई है। इसके उलट जब जब सपा मजबूत हुई है भाजपा और मजबूत हो गई है।
बसपा ज्वाइन करने के बाद मीडिया ने इमरान मसूद से उनके पुराने वीडियो में कही गईं बातों पर सवाल करना चाहा तो वह बिना जवाब दिए ही आगे बढ़ गए। इमरान मसूद का वायरल वीडियो लल्लन टॉप को दिया गया इंटरव्यू है। इसमें इमरान से जब बसपा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं बसपा को पार्टी नहीं मानता हूं। मैं नहीं मानता की बसपा कोई राजनीतिक दल है। बसपा तो एक गिरोह है। बसपा राजनीतिक रूप से पैसे लूटने वालों का गिरोह है। जिस तरह से यहां टिकटों को बेचा जाता है, वह सीधे-सीधे लूट है। अपने शब्दों से पीछे नहीं हटूंगा इसे लूट ही कहूंगा।
इमरान यहीं नहीं रुके। आगे वह कहते हैं कि यहां विचारधारा की नीलामी होती है। आपके पास बस पैसा होना चाहिए। आपके जेब में पैसा है तो आपको बसपा का टिकट मिल जाएगा। आपने दलित के खिलाफ चाहे कुछ भी किया हो उससे कोई मतलब नहीं है। पैसा दीजिये और बसपा का टिकट लीजिए। एक तरफ कोई दलितों के लिए लगातार काम कर रहा हो। दलितों के लिए अपनी जान भी दे रहा हो तो उसे टिकट नहीं मिलेगा। कोई दलित विरोधी आएगा और पैसे देकर टिकट ले जाएगा।
इमरान का कद
इमरान मसूद दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में कांग्रेस के टिकट पर सहारनपुर से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2012 और 2017 में विधान सभा का चुनाव लड़ा लेकिन, सफलता नहीं मिल पाई। जबकि वर्ष 2007 में बेहट विधान सभा से निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत दर्ज की थी। इमरान मसूद सहारनपुर के साथ ही वेस्ट यूपी का खासा चर्चित नाम हैं। वह पूर्व केन्द्रीय मंत्री रहे काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं।