बहराइच। कोतवाली नानपारा क्षेत्र में बारावफात के जलूस में में बिजली की एचटी लाइन की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई है। वहीं, दो की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया है।
क्षेत्र के भगड़वा से ईद मिलादुन्नबी पर बारावफात का जुलूस लेकर ग्रामीण मासूपुर की ओर जा रहे थे। रविवार को तड़के लगभग चार बजे जब मासूपुर के पूर्व प्रधान जाहिर के दरवाजे से निकल रहा था, तभी जुलूस के अलम का पाइप बिजली के लटक रहे हाईटेंशन तार से छू गया। बताया जा रहा है कि जुलूस रात को करीब दो बजे समाप्त हो गया था। इसके बाद कुछ किशोर, युवक व बच्चे फिर जुलूस लेकर निकल पड़े। इस जुलूस में लगभग 40 लोग शामिल थे। हादसे में चार बच्चों सुफियान (12) पुत्र वसीम निवासी भगड़वा -मासूपुर, मोहम्मद इलियास(16) पुत्र नफीस निवासी भग्गड़वा, सफीक (12) पुत्र इदरीश निवासी चौरीकुटिया जनपद श्रावस्ती, अशफाक (10) पुत्र इबारक निवासी भगड़वा -मासूपुर और अशरफ (30) पुत्र अब्बास अली निवासी भगड़वा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
वहीं करंट लगने से झुलसे तबरेज (17) पुत्र इस्माइल निवासी भगड़वा ने लखनऊ ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। उधर, मुराद (18) पुत्र छम्मा, चांद बाबू (18) पुत्र बेचन निवासी भगड़वा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नानपारा में भर्ती करवाया गया। जहां हालत गंभीर होने पर मुराद को जिला चिकित्सालय बहराइच रेफर किया गया। जहां से उसे ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया। हादसे मृत हुए सफीक (12) पुत्र इदरीश श्रावस्ती जनपद के मल्हीपुर थाना क्षेत्र के चौरीकुटिया गांव का रहने वाला है। कुछ दिन पहले ही वह अपने नाना स्वर्गीय अब्बास अली के घर बारावफात की खुशियां मनाने आया था।
घटना की जानकारी होते ही जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र, एसपी केशव कुमार चौधरी, एएसपी ग्रामीण अशोक कुमार, एसडीएम अजीत परेश, सीओ नानपारा केपी सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। सभी ने मृतकों के परिजनों से बातचीत की और शोक संतृप्त परिजनों को ढांढस बंधवाया। वहीं इस दौरान मृतकों के परिजनों ने शवों का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया। परिजनों ने कहा कि, आकस्मिक घटना होनी थी, अब पोस्टमार्टम करवाने का कोई फायदा नहीं है। जिसके बाद नानपारा कोतवाल शमशेर बहादुर सिंह ने शवों का पंचनामा भरकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
गांव में पसरा मातम
हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया। भगड़वा गांव के कब्रिस्तान में एक साथ पांच कब्रें खोदी गईं, जिसे देखकर हर किसी का दिल दहल उठा। सभी मृतकों के लिए मस्जिद में नमाज पढ़ी गई और फिर शवों को गमगीन माहौल में कब्र में दफन कर दिया गया। वहीं हादसे में शामिल श्रावस्ती के मृत बच्चे का शव उसके परिजन अपने गांव चौरीकुटिया ले गए और वहां पर दफन कर दिया।
…तो नहीं होता हादसा
ग्रामीण का आरोप कि विद्युत विभाग की लापरवाही से इतना बड़ा हादसा हुआ है। ग्रामीणों कई बार मार्ग के करीब से गुजर रहे हाईटेंशन लाइन को ऊपर करने की मांग की थी। इस संबंध में विद्युत उपकेंद्र नानपारा व क्षेत्रीय लाइनमैन से बात कर तार सही करने को कहा गया था, लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने ग्रामीणों की समस्या का संज्ञान नहीं लिया।
वहीं विद्युत वितरण खंड नानपारा अधिशासी अभियंता कृष्ण कुमार ने बताया कि अमूमन सुबह व रात में जुलूस निकाला जाता है। रात में जुलूस समाप्त होने के बाद सुबह चार बजे बिजली आपूर्ति शुरू की गई थी। जुलूस में लगे पाइप की लंबाई ज्यादा होने से तार में छू गया, जिससे हादसा हुआ है।
सीएम योगी ने बहराइच हादसे पर जताया दुख
हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख प्रकट किया है। मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने डीएम और पुलिस के अधिकारियों को शीघ्र घटना स्थल पहुंच कर जायजा लेने का निर्देश भी दिया।