बहराइच। मोतीपुर थाना क्षेत्र में वन विभाग के अंतर्गत आने वाले चकिया में भरहा वन चौकी से लगभग 500 मीटर जंगल के अंदर तीन व्यक्ति पिछले 9 जून को लकड़ी काटने गये थे। तीनों में दो व्यक्ति उसी दिन वापस आ गए लेकिन तीसरा नही लौटा। दूसरे दिन 10 जून को तीसरे व्यक्ति की लाश पेड़ के नीचे दबी मिली थी। मृतक के परिजनों का आरोप है कि उक्त व्यक्ति मौत नही हुई है बल्कि उसके साथ गये दोनों व्यक्तियों की सोची समझी साज़िश है, दोनों ने ही उसकी हत्या की है। मामले में पुलिस अभी किसी को गिरफ्तार नही कर सकी है।
पूरी घटना मोतीपुर थाना क्षेत्र की है। यहाँ ग्राम विश्राम गांव निवासी लगभग (30) वर्षीय बाबू खां पुत्र अब्दुल रहमान खां की शादी दो वर्ष पहले हुई थी। शादी के बाद से बाबू खां अपने बहनोई फैजुल हसन के साथ लकड़ी का कारोबार करता था। बीते 9 जून को बाबू खां अपने बहनोई फैजुल हसन और उसके भाई मुन्ना के साथ सुबह लकड़ी काटने जंगल गया था। फैजुल हसन का बहनोई और उसका भाई उसी दिन वापस आ गया लेकिन बाबू खां नहीं लौटा। बाबू खां का शव उसी के दूसरे दिन 10 जून को जंगल में पेड़ के नीचे दबा हुआ मिला।
बताते चलें कि चकिया वन रेन्ज मे भारी मात्रा में लकड़ी की अवैध कटान होती है। पता ये भी चला है कि इसी अवैध कटान के चलते बाबू खां की पेड़ के नीचे दबकर मौत हुई है। आरोप है कि अवैध कटान को छुपाने के लिए गांव वालों द्वारा वन विभाग और पुलिस को सूचना देने के बावजूद बिना पोस्टमार्टम के मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि बाबू खां की मौत उसी के बहनोई द्वारा साजिश के तहत हुई है। पूरे मामले में फैजुल हसन और उसके भाई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गयी है लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नही किया है। हांलाकि रविवार को बलहा विधायक के हस्तक्षेप के बाद मोतीपुर हरकत में आई है। घटना का खुलासा जल्द ही कर दिया जाएगा।