नई दिल्ली। भारत में चीतों का इंतजार खत्म हो चुका है। करीब 11 घंटे का सफर करने के बाद चीते भारत पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से स्पेशल विमान के जरिए भारत लाए गए चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के स्पेशल बाड़े में छोड़ दिया है।
नामीबिया से आठ चीतों को लेकर विशेष मालवाहक विमान से ग्वालियर लाया गया। इसके बाद इन्हें चिनूक हेलीकॉप्टर से कीनो राष्ट्रीय उद्यान ले जाया गया। पीएम मोदी खुद लीवर हैंडल घुमाकर जैसे ही पिंजड़े का गेट खोला तो ये चीते विशेष रूप से तैयार किए गए बाड़े में आ गए। चीतों के बाहर आते ही PM मोदी ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। मोदी ने कुछ फोटो भी क्लिक किए। 500 मीटर चलकर मोदी मंच पर पहुंचे थे। उनके साथ राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे।
चीतों के लिए खास तौर पर तैयार इन आठ बाड़ों को ग्रीन मैट के जरिए आपस में बांटा गया है। यहां एक महीने तक चीते रहेंगे। इन आठ चीतों में पांच मादा और तीन नर हैं। नामीबिया से ‘प्रोजेक्ट चीता’ के हिस्से के रूप में इन्हें भारत लाया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि चीतों के साथ भारत की प्रकृति प्रेरणा तेजी से जागृत होगी। मुझे विश्वास है कि यह चीते न केवल प्रकृति के प्रति जिम्मेदारियों का बोध कराएंगे बल्कि हमारी मानवीय मूल्यों से भी अवगत कराएंगे। साथ ही कहा कि मुझे विश्वास है कि ये चीते हमें अपने मानवीय मूल्य से भी अवगत कराएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इस अमृतकाल में हमने अपनी विरासत पर गर्व और गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के पंच प्राणों को दोहराया है।
इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने पीएम मोदी को जन्मदिन पर बधाई दी। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के लिए यह एक बड़ी सौगात है। इससे बड़ी सौगात हो नहीं मिल सकती कि चीते नामीबिया से भारत और भारत में भी मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क आए हैं।