लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक होटल में सोमवार सुबह भीषण आग लग गई। आग की चपेट में आने से 4 लोगों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। 24 लोगों को होटल से रेस्क्यू किया गया। करीब 9 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। हादसे के वक्त होटल में करीब 30 लोग मौजूद थे। इस होटल को ध्वस्त करने का आदेश भी जारी कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, सोमवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे हजरतगंज के सुल्तानगंज इलाके में स्थित लिवाना होटल में भीषण आग लगी। मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड ने लोगों को होटल से बाहर निकालने और आग पर काबू पाने के लिए काफी मशक्कत की। बताया जा रहा है कि धुएं में दम घुटने से कई लोग बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
आग पर काबू पाने के लिए बुलडोजर से दीवार तोड़ी गई। फायर ब्रिगेड ने होटल में फंसे कुछ लोगों को रस्सी में बांधकर सीढ़ी के सहारे होटल की दूसरी और तीसरी मंजिल से बाहर निकाला गया। होटल पूरी तरह से पैक होने के चलते सिर्फ खिड़कियों के रास्ते ही अंदर घुसा जा सकता था। लेकिन खिड़कियों के बाहर लगे लोहे काटकर और शीशों को तोड़कर अंदर घुसना काफी मुश्किल भरा काम साबित हो रहा था।
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि होटल में कुल 30 कमरे हैं, इनमें से 18 कमरों में लोग थे। 30 से 35 लोग कमरों में मौजूद थे। पहली मंजिल पर बैंक्वट हॉल है। यहां कई लोग थे। कई लोग सुबह होटल से निकल गए थे। अग्निशमन विभाग की पड़ताल में सामने आया कि तीसरी मंजिल पर ही किचन था। बताया जाता है कि आग यहीं से फैली है। सबसे पहले दो शव इसी मंजिल की गैलरी में मिले थे। बाकी शव तीसरी मंजिल के कमरे से निकाले गए।
घटना पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने जिला अधिकारियों को झुलसे लोगों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के साथ ही मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में तेजी लाने को भी कहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद सिविल अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया।
सीएम ने लखनऊ के कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर को जॉइंट जांच कराने के लिए कहा है।घटना के बाद कमिश्नर रोशन जैकब ने होटल के ध्वस्तीकरण का आदेश दिया है। साथ ही पुलिस ने होटल के मालिक राहुल अग्रवाल, रोहित अग्रवाल और GM सागर श्रीवास्तव को हिरासत में लिया है। आदेश के मुताबिक बिना नक्शा पास कराए होटल बनाया गया था और करीब 10 साल से चल रहा था। इस होटल को नक्शा पास नहीं होने के संबंध में 26 मई और 28 अगस्त 2022 को दो बार नोटिस भी जारी की गई थी।
इनकी हुई मौत
गणेशगंज के सराय फाटक पर रहने वाले गुरनूर आनंद अपनी मंगेतर साहिबा कौर के साथ इस होटल में ठहरे थे। अग्निकांड के बाद दोनों के शव तीसरी मंजिल की गैलरी में मिले। अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्होंने बचने का प्रयास किया। मगर, धुंए की वजह से दम घुट गया। इसी से दोनों की मौत हो गई।
इसके अलावा लखनऊ के इंदिरानगर में रहने वाले अमान गाजी उर्फ बॉबी की भी हादसे में मौत हो गई। जबकि इंदिरानगर की रहने वाली श्रीविका सिंह उर्फ चिया भी नहीं बच सकीं। उनकी लाश होटल के कमरे से निकाली गई है। पुलिस पोस्टमार्टम के बाद चारों के शव परिवार को सौंप देगी।