वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणासी के डीएम कौशल राज शर्मा अपने पद पर बने रहेंगे। प्रयागराज आयुक्त के पद पर हुआ उनका तबादला 24 घंटे के अंदर ही रद्द कर दिया गया है। वाराणसी में चल रहीं बड़ी परियोजनाओं के अलावा आगामी निकाय चुनाव की वजह से कौशलराज शर्मा का तबादला रोका गया है।
वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा का तबादला रद्द होने की वजह पीएमओ का दखल माना जा रहा है, क्योंकि वहां कई ऐसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट अभी निर्माणाधीन है जिसके चलते कौशल राज शर्मा को वहां से न हटाने का निर्णय लिया गया। कौशल राज शर्मा का तबादला मंडल आयुक्त के पद पर प्रयागराज किया गया था जो कि 31 जुलाई से प्रभावी होना था। तबादला रद्द होने से कुशीनगर के डीएम एस राजलिंगम का भी तबादला रद्द करना पड़ा है।
मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले कौशल राज शर्मा ने 2006 में आईएएस की परीक्षा पास की और यूपी कैडर में शामिल हुए। कौशल राज शर्मा ने वाराणसी के जिलाधिकारी के रूप में नवम्बर, 2019 में कार्यभार संभाला था और उसके ठीक बाद ही नेशनल रजिस्टर फॉर सिटीजन के लागू होने से शहर में सांप्रदायिक सौहार्द के बिगड़ने का खतरा था।
मगर, बेहद सूझबूझ के साथ ही कानून व्यवस्था के मोर्चे पर पहली सफलता पाई और शहर में अमन चैन कायम रहा। पांच महीने बाद कोरोना संक्रमण के दौरान जीवन और मृत्यु के बीच चले संघर्ष में उनका प्रयास काफी चर्चा में रहा।
पीएम स्वनिधि योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित भी हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के जिले के जिलाधिकारी के रूप में कौशल पर बड़ी जिम्मेदारी रही। महामारी से उबरने के बाद प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरीडोर को पूरा कराने की जिम्मेदारी भी उन पर रही। बनारस की गलियों में अधिग्रहण और इतना बड़ा प्रोजेक्ट पूरा कराना किसी चुनौती से कम नहीं था।