बहराइच। भारत बंद के आह्वान को लेकर बहराइच में हाईअलर्ट रहा। सोमवार सुबह से ही जिले की सीमाओं पर नाकेबंदी कर आने वाले वाहनों की चेकिंग की गयी। ट्रेनों में चेकिंग के साथ ही अनाउंस कर किसी भी तरह के उपद्रव पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही है।
अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को घोषित बंद का असर पूरे जनपद में नहीं रहा। यहां पर लोग सामान्य दिनचर्या के हिसाब से निकले। सभी जगह पर कार्यालय तथा मार्केट खुले नजर आए। हालांकि एहतियातन जगह-जगह पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था। सबसे अधिक सुरक्षा इंतजाम रेलवे स्टेशन व रोडवेज बस स्टैंड पर था। चौक चौराहों के साथ जनपद से लगने वाले दूसरे जनपद की सीमा पर पुलिस और पीएससी के जवान तैनात रहे।
रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ, जीआरपी के अलावे पुलिस तथा पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था। रोडवेज बस स्टेशन पर भी पुलिस के दर्जनों जवानों को तैनात किया गया था। स्टेशन पर आने वाले सभी यात्रियों के साथ अन्य लोगों की भी तलाशी ली गई। सभी को चेताया गया कि कानून व्यवस्था को लेकर कोई माहौल नहीं खराब करेगा।
दोपहर लगभग एक बजे जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र व पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी मोतीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कुड़वा मोड़कुड़वा मोड़ पहुंचे। उन्होंने यहाँ मौके का निरीक्षण किया तथा शांति व सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति परखी। इस दौरान जिलाधिकारी की नजर मौके पर तैनात कुछ आरक्षियो पर पड़ी जो संपूर्ण वर्दी में मौके पर तैनात थे। जिलाधिकारी ने उनका नाम पूछा। साथ ही उनके उत्साहवर्धन के लिए तीनों आरक्षियो प्रशांत सिंह, अभिषेक त्रिवेदी तथा प्रमोद यादव को नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
जिलाधिकारी बहराइच डा. दिनेश चंद्र ने बताया कि ड्यूटी कर रहे यह जवान सुबह से पूरी वर्दी में ड्यूटी कर रहे हैं। उसके साथ-साथ अपनी मूंछों पर भी ध्यान दे रहे हैं ऐसे में यह पुरस्कार के पात्र हैं। इस दौरान उपजिलाधिकारी मिहींपुरवा ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, पुलिस क्षेत्राधिकारी नानपारा जंग बहादुर यादव तथा मोतीपुर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह सहित काफी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान मौजूद रहे।
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने बताया कि किसी भी दशा में राजकीय सम्पत्ति की क्षति नहीं होने दी जाएगी। उन्होने आंदोलनकारी युवकों से भी अनुरोध किए कि वे राजकीय सम्पत्ति को क्षति न पहुंचाएं और आंदोलन की बजाय अग्निपथ के लिए शुरु होने वाली भर्ती की तैयारी में जुट जाए, ताकि उनका भविष्य बेहतर हो सके।