बहराइच। देशभर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दो हजार पार कर चुकी है। ऐसे में कोरोना से लड़ने के लिए हमसबके पास घरों में रहना ही एक मात्र उपाय बचा है। फ़िलहाल बहराइच प्रशासन भी लॉकडाउन की इस ड्यूटी में हर तरह से मुस्तैद हैं। जिले के रिसिया, मटेरा, नानपारा, रायबोझा, गायघाट, मिहींपुरवा, गंगापुर, सुजौली, कतर्निया समेत सभी गांव व कस्बों का सन्नाटा लॉकडाउन की तस्वीरे 10 दिनों से बयां कर रहा है।
वहीँ 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन के बाद संकट की इस घड़ी में देश को वो तबका जरुर परेशान है जो अपना पेट पालने के लिए महज 100-200 रूपये कमा सकता था। हांलाकि केन्द्र सरकार ने अगले तीन महीने तक इनका पूरा ख़याल रखेगी लेकिन समाज के कुछ भले लोगों ने भी इनका पेट भरने की जिम्मेदारी ली है।
बृहस्पतिवार को गांव कतर्निया में विधायक सरोज सोनकर, आलोक जिंदल व प्रधान प्रतिनिधि रंजना विश्वकर्मा ने मिलकर गांव के तमाम लोगों को संकट की इस घड़ी में मदद को हाथ बढ़ाए। जरुरतमंदों व असहाय लोगों को खाद्य सामग्री वितरित की गई। इन परिस्थितियों में जब पूरा देश कोरोना वायरस जैसी भयंकर बीमारी से लड़ रहा है। ऐसे में प्रधान प्रतिनधि से लंच पैकेट पाकर जरूरतमंदों के चेहेरे पर ख़ुशी की चमक दिखी।
प्रधान रंजना विश्वकर्मा द्वारा करीब एक हजार लंच पैकेट जरुरतमदों को दिए गए। प्रधान ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हम सभी जरूरतमंदों को मदद करने के साथ लोगों को घर में ही रहने के लिए जागरूक व प्रेरित कर रहे हैं। विधायक सरोज सोनकर ने कहा कि कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री के आदेशों का दिल से समर्थन है। हमारे क्षेत्र में लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन हो इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा।