बहराइच। कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गये 21 दिन तक लॉकडाउन फैसले के बाद जिले की आधी जनता सड़कों पर आ गई। हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल था, लोग सड़कों पर भाग रहे थे। हर कोई एक दूसरे से बस एक ही सवाल पूछता रहा कि अगले 21 दिनों तक उनके घरों की जरूरते कैसे पूरी होंगी। हर कोई परेशान था कि आखिर अब क्या होगा।
उधर, मिहींपुरवा में प्रधानमंत्री के देश के नाम सम्बोधन के बाद आमजनता की जरूरतों का ध्यान रखते हुए कुछ किराना व्यापारियों ने अपनी दुकानें खोलीं तो लोग इन दुकानों पर टूट पड़े। रात 12 बजे के बाद अगले 21 दिन तक घर से न निकलने की समस्या ने कोरोना वायरस का खौफ भुला दिया। कस्बे में जब मंगलवार सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक दुकाने खुली तो लोगों को प्रधानमंत्री के इस कड़े फैसले का अंदाजा नही था इसलिए सबने अपनी जरूरतों के हिसाब से सामान लिया। फैसले के बाद दुकानों से लोग भर-भर के चावल-दाल की बोरियां और घर की जरूरतों के साथ 25 मार्च से होने वाले नवरात्रि का सामान ला रहे थे। दुकानों पर सामान लेने वालों की लम्बी-लम्बी लाइनें थीं। इस दौरान न कोई सोशल डिस्टेंसिंग थी और न कोई एहतियात।
कुछ देर बाद गश्त पर निकली मोतीपुर पुलिस ने जब थोड़ी सख्ती दिखाई तो लोग इधर-उधर निकल गये लेकिन पुलिस के जाते ही भीड़ फिर इकट्ठा होनी शुरु हो गई। बहराइच संदेश से बातचीत के दौरान लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री के इस फैसले का सम्मान है लेकिन घर की जरूरतों ने सड़क पर निकलने को मजबूर कर दिया। मिहींपुरवा व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि लोग अपनी जरूरत के हिसाब से सामान ले सकते हैं, दुकानों पर ज्यादा भीड़ लगाने की जरूरत नही है हालाकि अगले 21 दिनों तक दैनिक जरूरतों का सामान मिलता रहेगा। बताते चलें की आज रात 12 बजे से अगले 21 दिन तक पूरे देश को कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन कर दिया गया है।