नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं जन्म जयंती का भव्य आयोजन यूरोप महाद्वीप के बाल्टिक समुद्र के किनारे स्थित लिथुआनिया देश के शहर रूसने में किया गया।
महात्मा गांधी जी एवं उनके मित्र हरमन केलनबाख की प्रतिमा के समक्ष पुष्पगुच्छ समर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय लिमोनस तलत कैप्सा,(लिथुआनी विदेश मंत्रालय के चांसलर),त्सावांग नामग्याल(भारत के पोलैंड एवं लिथुआनिया में राजदूत),टीएसियरिंग नामग्याल,डायना मिकेवेरेन(महानिदेशक,लिथुआनी विदेश मंत्रालय),राजिंदर चौधरी(भारत के लिथुआनिया में माननीय कांसुल)एवं रुसने के मेयर की मौजूदगी में गायत्री महा मंत्र एवं वैष्णव जन तो तेने कहिए गीत से हुआ।
इस अवसर पर “संस्कृत के श्लोक,गांधीजी के पसंदीदा गीत रघुपति राघव राजा राम तथा हमको अपने भारत की मिट्टी से अनुपम प्यार है जैसे गीतों की प्रस्तुति देव संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं प्राची,स्वर्णिम,चित्रा,गौरव,कार्तिकेय द्वारा हुई एवं राजदूत समेत सभी लोगों के समक्ष उनकी व्याख्या भृगु बग्गा ने की।
यहां भारतीय एवं लिथुआनि ध्वज दोनों देशों की प्रगाढ़ मित्रता एवं वैदिक संस्कृति एवं लिथुआनिया के गहरे संबंध को दिखा रहा था। कार्यक्रमों की अगली कड़ी में तेजस्वी एवं रुचि ने गणेश वंदना गीत पर नृत्य प्रस्तुति की एवं शिल्पी, रुद्राक्ष, देवांशु, कार्तिकेय एवं गौरव ने योग प्रस्तुति की। इसके साथ ही हिंदी बोलने वाले लिथुआनी छात्र, अलेक्सन्द्रास जांकुस ने भी भारतीय विद्यार्थियों का कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।
भारतीय राजदूत नामग्याल ने छात्र-छात्राओ का उत्साहवर्धन किया और विदेश मंत्रालय के चांसस्लर, तलत केलप्सा ने देव सँस्कृति विश्वविद्यालय में स्तिथ एशिया के प्रथम बाल्टिक केंद्र की गतिविधियों का ब्यौरा विद्यार्थियों से लिया साथ ही उन्हें शुभकामनाएं दीं।