बहराइच। जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन के उद्देश्य से विकास खण्ड चित्तौरा अन्तर्गत ग्राम पंचायत खलीलपुर में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने कहा कि पानी मानव जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। पानी के बिना जीवन की कल्पना करना बेमानी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन के महत्व को समझते हुए सभी ग्राम प्रधानों को पत्र भेजकर खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में संचयित किये जाने का आहवान्ह किया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि पानी का उचित प्रबन्ध और वर्षा जल संचयन आज वक्त की ज़रूरत है। इसके लिए समाज के सभी वर्गों को एक साथ उठ खड़ा होना होगा, अन्यथा काफी देर हो जायेगी। कहा कि नदियों का संरक्षण एवं पुनरूद्धार केन्द्र व राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। भारतवर्ष के लिए जीवनदायनी का किरदार निभाने वाली गंगा नदी को प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए महाभियान चलाया जा रहा है। ग्राम प्रधानों से अपील किया कि ग्रामवासियों के सहयोग से ग्राम के पास बहने वाली टेढ़ी नदी की स्वच्छता को बनाये रखने के साथ-साथ वर्षा जल संचयन को एक पुनीत कर्तव्य मानते हुए खेतों की मेढ़बन्दी, चेकडैम का निर्माण, तटबन्ध तालाबों की खुदाई व सफाई, वृक्षारोपण आदि कार्यो पर भी विशेष बल दें।
मुख्य विकास अधिकारी अरविन्द चौहान ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लोगों का आहवान्ह किया कि जल संचय कार्यक्रम में अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में नहीं रूकेगा तो भूमि की उर्वरा शक्ति तो नष्ट होगी ही साथ ही मानव व पशुओं का जीना भी मुश्किल हो जायेगा। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच आरपी सिंह, कतर्नियाघाट के जीपी सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, प्रभारी बीडीओ उग्रसेन सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी, क्षेत्र पंचायत प्रमुख प्रतिनिधि कमलेश वर्मा, ग्राम प्रधान बजरंगी सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी मौजूद रहे।