बहराइच। बेसहारा गायों की समस्या से छुटकारा दिलाये जाने के उद्देश्य से शासन द्वारा अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना व संचालन के लिए विकास भवन सभागार में बैठक का आयोजन हुआ। यह बैठक ग्राम प्रधानों के साथ हुई जिसमे सीडीओ राहुल पाण्डेय ने कहा कि शासन ने निराश्रित गोवंश को आश्रय उपलब्ध कराये जाने के लिए ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत व नगर पालिका स्तर पर अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना का निर्णय लिया है।
सीडीओ ने ग्राम प्रधानों से कहा है कि ग्राम पंचायत मनरेगा योजना से चारागाह को विकास करें तथा अस्थायी आश्रय स्थल के निर्माण के लिए नवीन परती भूमि, बंजर व ऊसर भूमि का चिन्हाकन कर ग्राम निधि से आश्रय स्थल के निर्माण की कार्यवाही प्रारम्भ करायी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ग्राम स्तर पर ही टास्क फोर्स का गठन कर पशुओं के टैगिंग की कार्यवाही की जायेगी तथा इस कार्य से सम्बन्धित अभिलेख भी ग्राम स्तर पर सुरक्षित रखे जायेंगे। वहीँ गायों का दूध निकाल कर उन्हें एवं उनके गौवत्स को छोड़ने वाले को कतई बक्शा नहीं जाएगा। ग्राम स्तर पर गठित टास्क फोर्स के माध्यम से जांच की जाएगी तथा ऐसे लोगों पर अर्थ दण्ड लगाने की कार्यवाही भी ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा की जायेगी। इस अवसर पर जिला पंचायत राज अधिकारी केबी वर्मा, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ शिव कुमार रावत सहित लगभग 100 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान मौजूद रहे।