इटावा। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल यादव का बड़ा बयान दिया है। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव ने कारसेवकों पर गोली चलाने को जायज बताया है। उन्होंने कहा कि उस समय संविधान की रक्षा के लिए गोली चलाई गई थी। तब कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दिए थे।
सपा महासचिव शिवपाल यादव ने कहा कि कोर्ट के आदेश का पालन हुआ था। उन्होंने कहा कि नेता जी मुलायम ने संविधान की रक्षा के लिए मुलायम ने गोलियां चलवाई थीं। कोर्ट का आदेश था यथास्थिति बनाए रखना था। कारसेवकों ने कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया था। उन्होंने कहा कि कारसेवकों ने मस्जिद का ढांचा तोड़ा था इस पर प्रशासन की जिम्मेदारी थी। उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए था पर कार्रवाई नहीं गई।
उन्होंने राम मंदिर जाने के सवाल पर यह बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम है। 22 के बाद पूरे परिवार के साथ अयोध्या जाएंगे और रामलला का दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी मानते हैं। शिवपाल ने बीजेपी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठ फैल रही है। शिवपाल से पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कारसेवकों को अराजक तत्व बताते हुए कहा था, “तत्कालीन सरकार ने संविधान और कानून की रक्षा के लिए गोली चलवाई थी। वह सरकार का अपना कर्तव्य था। उन्होंने अपना कर्तव्य निभाया था।”
मुलायम खुद भी अपने फैसले का करते रहे बचाव
साल 2017 में अपने जन्मदिन (22 नवंबर) के मौके पर मुलायम सिंह यादव ने 1990 में अयोध्या की ओर मार्च कर रहे कार सेवकों पर गोली चलाने के अपने आदेश को सही ठहराते हुए कहा था, “अगर देश की एकता और अखंडता के लिए और भी लोगों को मारने की जरूरत होती, तो सुरक्षा बल ऐसा करते।” हालांकि, कुछ मौकों पर उन्होंने यह भी कहा था कि फायरिंंग का आदेश देना अफसोसनाक था, लेकिन यह देश की एकता और मुसलमानों का भरोसा बनाए रखने के लिए जरूरी था।
मुलायम सिंह यादव ने कहा था, “अटल बिहारी वाजपेयी से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा था कि अयोध्या में 56 लोगों की हत्या हुई थी। मेरी उनसे बहस हुई। हकीकत में 28 लोग मारे गये थे। मुझे छह महीने बाद टोल का पता चला और मैंने अपने तरीके से उनकी मदद की।”