लखनऊ। यूपी एटीएस में तैनात एडिशनल एसपी राहुल श्रीवास्तव के खिलाफ शनिवार को रेप का केस दर्ज किया गया। राहुल श्रीवास्तव पर दुष्कर्म करने व गर्भपात कराने के आरोप है। एएसपी की पत्नी, चार दोस्तों व अन्य पर धमकी देने का आरोप लगाया गया है। एफआईआर में इन सभी को आरोपी बनाया गया है। पुलिस आरोपों की जांच कर रही है।
पीड़ित युवती ने 25 दिसंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीएम योगी, डीजीपी समेत कई पुलिस अफसरों से कार्रवाई की गुहार लगाई थी। जिसके बाद आज यानी 6 जनवरी को एडिशनल SP राहुल श्रीवास्तव और उनकी पत्नी सहित अन्य के खिलाफ लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार थाने में एफआईआर दर्ज की गई। युवती ने बताया कि एडिशनल SP राहुल श्रीवास्तव से उसकी बातचीत 2018 में फेसबुक के जरिए हुए थी। उस वक्त उसकी उम्र 16-17 साल थी और वह UPSC की तैयारी कर रही थी। राहुल श्रीवास्तव ने मुझे UPSC एग्जाम क्वालीफाई करने का भरोसा दिया था। इसके बाद वह अक्सर स्टडी मटेरियल देने के लिए मुझसे मिलने आते थे।
प्रेग्नेंट होने के बाद धोखे से मेरा एबॉर्शन कराया
युवती ने बताया, ”2019 में एक बार अधिकारी ने मुझे स्टडी मटेरियल देने के बहाने होटल में मिलने बुलाया। वहां उन्होंने मुझे धोखे से नशीला पदार्थ दे दिया। फिर नशे की हालात में मेरे साथ रेप किया और मेरी न्यूड तस्वीरें भी ले लीं। तभी से राहुल श्रीवास्तव आपत्तिजनक फोटो को वायरल करने का डर दिखाकर मेरा शारीरिक शोषण करते रहे। इस दौरान मैं प्रेग्नेंट भी हो गई और फिर अप्रैल 2023 में अस्पताल ले जाकर धोखे से मेरा एबॉर्शन करा दिया।”
ASP की पत्नी और दोस्तों ने जान से मारने की धमकी दी
युवती ने बताया, ”एडिशनल SP राहुल श्रीवास्तव की पत्नी मानिनि श्रीवास्तव को भी रेप और एबॉर्शन की जानकारी हो गई थी। इसके बाद मानिनि श्रीवास्तव और राहुल के दोस्त मेरे ऊपर दबाव बनाने लगे। उन्होंने मुझे धमकी दी कि अगर कहीं केस दर्ज करवाया तो वो लोग मुझे जान से मार देंगे। साथ ही मेरे परिवार वालों को झूठे मुकदमे में फंसा देंगे। मुझे और मेरे परिवार वालों को पुलिस अधिकारी, उसकी पत्नी और दोस्तों से खतरा है। युवती के मुताबिक PPS अधिकारी की पत्नी मानिनि श्रीवास्तव लखनऊ यूनिवर्सिटी के साइकोलाजी डिपार्टमेंट में प्रोफेसर है।”
2 महीनों से आला अधिकारियों ने नहीं की कार्रवाई
पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह दो महीने से DGP, ADG लॉ एंड ऑर्डर और कमिश्नर के दफ्तर के चक्कर लगा रही है, लेकिन कहीं पर सुनवाई नहीं हुई है। इसके बाद X पर मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई।पीड़िता ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, ”यूपी के मुख्यमंत्री कार्यालय, लखनऊ पुलिस, एडीजी यूपी, उत्तर प्रदेश सीएमओ ऑफिस, उत्तर प्रदेश सरकार ऑफिस, केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी उत्तर प्रदेश और भारत के प्रधानमंत्री ऑफिस को टैग करते हुए लिखा कि “आपकी सरकार में ऐसे अधिकारियों के द्वारा मेरी इज्जत को रोज उछाला गया, कृपया एफआईआर दर्ज कर मुझे इंसाफ दें।”