बहराइच। खैरीघाट थाना क्षेत्र में तेंदुए का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार सुबह तेंदुए ने घास काटने गई एक महिला को अपना निवाला बनाया। सूचना पर पहुंची पुलिस और वन टीम तेंदुए की तलाश में जुटी है। बीते 20 दिन में तेंदुए के हमले में यह तीसरी मौत है। दो लोग घायल हो चुके हैं।
क्षेत्र के ग्राम पंचायत अरनवा के मजरा नरायनपुरवा निवासी चमेला (50) बृहस्पतिवार की सुबह मवेशियों के लिए घास काटने के लिए खेत गई थी। वहीं उसके गांव के ही कुछ किसान गन्ने की छिलाई कर रहे थे। इसी दौरान गन्ने के खेत से तेंदुए ने चमेला की गर्दन दबोच ली। महिला के शोर मचाने पर काफी संख्या में हांका लगाते हुए ग्रामीण मौके पर पहुंचे। इस पर तेंदुआ महिला को छोड़कर गन्ने में भाग गया। महिला के चेहरे और गले पर गहरे जख्म के निशान हैं। जब तक आसपास के लोग महिला के पास पहुंचे तब तक महिला दम तोड़ चुकी थी।
दो लोगों को पहले भी बना चुकी शिकार
खैरीघाट के ग्राम पंचायत चौकसाहार के मजरा झुंडी निवासी राम प्रताप की पुत्री राम बेटी (14) को पांच अक्टूबर को तेंदुए ने मार डाला था। 10 अक्टूबर को उपररिहन पुरवा दाखिला चौकसाहार निवासी रोहित (15) पुत्र पैरू को भी शिकार बनाया था। 15 अक्टूबर को ग्राम पंचायत डल्लापुरवा के मजरा तेलियन पुरवा निवासी अनीसा (15) पुत्री भोले व 21 अक्टूबर को अरनवा के मजरा नरायनपुरवा निवासी साधनी को तेंदुए ने घायल कर दिया था। ग्राम पंचायत गैल ढकिया निवासी माता प्रसाद की बछिया को भी निवाला बनाया था।
ग्रामीणों ने दी धरने की चेतावनी
महिला की मौत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक मौके पर नहीं आएंगे, जब तक पोस्टमार्टम के लिए शव नहीं दिया जाएगा। मौके पर पहुंचे डीएफओ संजय शर्मा, रेंजर हरिओम श्रीवास्तव, तहसीलदार नानपारा रवींद्रनाथ द्विवेदी आदि ने काफी मान मनौव्वल की। इस पर ग्रामीण मान गए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि तेंदुए को शीघ्र पकड़ा नहीं गया, तो जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।