लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बुधवार को कक्षा नौ के छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में अचानक मौत हो गई। आनन-फानन में बच्चे को नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां हार्ट अटैक की आशंका जताते हुए उसे लारी कॉर्डियोलॉजी रेफर कर दिया गया। लारी कॉर्डियोलॉजी में डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर जाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव का दिल और बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है।
खुर्रम नगर में डॉक्टर अनवर सिद्दीकी परिवार के साथ रहते हैं। उनका बेटा आतिफ सिद्दीकी अलीगंज सेक्टर- O के CMS स्कूल में 9वीं का स्टूडेंट था। वह रोज की तरह ही आज भी स्कूल आया था। 7वें पीरियड में टीचर नदीम केमिस्ट्री की क्लास ले रहे थे। इस दौरान आतिफ को अचानक चक्कर आ गया। इसके बाद वह बेहोश होकर गिर पड़ा। उसकी क्लास थर्ड फ्लोर पर थी। वहां से उसे चेकअप के लिए नीचे लाया गया। उसे स्कूल के अंदर ही मेडिकल स्टाफ मीनाक्षी ने देखा। मगर, तबीयत में सुधार न होता देख उसे पास के ही आरुषि मेडिकल सेंटर भेज दिया गया। वहां डॉक्टरों ने उसका चेकअप किया। वहां के सीनियर डॉक्टर ने फौरन केजीएमयू के लारी ले जाने के सलाह दी थी, उसके बाद उसे लारी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया है।
बेहोश होने की मिली थी सूचना
मृतक छात्र आतिफ के मामू फैयाज अख्तर ने बताया कि 12-1 बजे के बीच सूचना मिली कि बच्चे की तबियत बहुत खराब है। आखिरी सूचना आतिफ के बेहोश होने की मिली थी। उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन पहले बच्चे को लोकल असप्ताल ले गए थे, लेकिन वहां से लारी ले जाने के लिए कहा गया था। लारी जब तक वो बच्चे को लारी लेकर पहुंचे, तब तक हम लोग लारी अस्पताल पहुंच गए थे। इस दौरान बच्चे की मौत हो चुकी थी।
फैयाज ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है। इतना जरूर है कि बच्चा कभी बीमार नहीं हुआ, उसे हेल्थ को लेकर कोई दिक्कत नहीं थी। वो हंसता खेलता हुआ स्कूल गया था, उसके बाद ऐसी जानकारी मिली है। वहीं उन्होंने कहा कि लारी के डॉक्टरों का कहना है ये नॉर्मल मौत नहीं लग रही है। उन्होंने कहा कि हम चाहते है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। अगर कोई जिम्मेदार है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
स्कूल की बातों पर संदेह
बच्चे के पिता डॉक्टर अनवर सिद्दीकी ने बताया, ”मैं पोस्टमॉर्टम नहीं कराना चाहता था, लेकिन स्कूल की बातों से शक पैदा हुआ। पहले स्कूल की तरफ से कहा गया कि बच्चा ग्राउंड में खेल रहा था, तब गिरा। बाद में कहा गया कि क्लास में पढ़ाई के दौरान गिरा। कभी उसे फीवर तक नहीं आया। मेरे और भी बच्चे हैं लेकिन आतिफ उनमें सबसे प्यारा बच्चा था।”