वाराणसी। ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट पेश करने के लिए ASI ने वाराणसी कोर्ट से 8 हफ्ते यानी 56 दिन का समय मांगा है। इसके लिए ASI ने वाराणसी जिला जज अजय कुमार विश्वेश की कोर्ट में एक एप्लिकेशन दी है। अब 8 सितंबर को जिला जज इस पर सुनवाई करेंगे।
जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने एएसआई को ज्ञानवापी परिसर के सर्वे डिटेल रिपोर्ट 2 सितंबर तक पेश करने का आदेश दिया था। सर्वे का काम अभी पूरा न होने के कारण ASI ने ज्ञानवापी का 8 हफ्तों का और समय मांगा है। एएसआई सर्वे की मियाद बढ़ाने की मांग पर जिला जज आठ सितंबर को सुनवाई करेंगे।
शनिवार को इस मामले में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी द्वारा मीडिया को बताया गया था कि ‘सर्वेक्षण अभी तक पूरा नहीं हुआ है।’ एएसआई की टीम द्वारा अदालत में सर्वे की प्राथमिक रिपोर्ट दी जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा था कि सर्वेक्षण अभी भी अधूरा है, ऐसे में अंतिम रिपोर्ट एएसआई को अदालत में जमा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने एएनआई को बताया कि इस मामले में ऐसी संभावना है कि एएसआई अदालत से समय मांग सकता है।
इससे पहले शनिवार सुबह हिंदू पक्ष के एडवोकेट विष्णु जैन ने कहा, ”ASI की ओर से कोर्ट में सर्वे का समय बढ़ाने को लेकर बात चल रही है। कितने दिन के लिए बढ़ाया जाएगा, ये कोर्ट से ही पता चलेगा। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस फोर्स के रुकने का समय भी अग्रिम आदेश तक बढ़ा दिया गया है।”
अब तक सर्वे में हुए इतने काम
ज्ञानवापी में 27 दिन के सर्वे में ASI टीम के 40 सदस्य शामिल रहे। दीवारों और गुंबद में मिली कलाकृतियों और कारीगरी का आंकलन हुआ। टीम ने ज्ञानवापी परिसर में वजूस्थल को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे किया। मस्जिद परिसर की पूरी पैमाइश के बाद केवल GPR सर्वे हुआ।सदस्यों ने यूनिट के अनुसार, बाहरी दीवार, पश्चिमी दीवार, व्यासजी तहखाना समेत अन्य तहखाने, गुंबद और छतों का गहन अध्ययन किया। इन जगहों से सैंपल जुटाकर लैब में भेजे और प्राचीनता के लिए पुरातन दस्तावेजों से साक्ष्यों का मिलान किया गया है।