लखनऊ। देश में अवैध तरीके से घुसने वाले विदेशियों की तलाश के लिए यूपी एटीएस ने प्रदेश के कई जिलों में बड़ी कार्रवाई की। एटीएस की इस कार्रवाई में अलग-अलग जगहों से 74 रोहिंग्या मुसलमान पकड़े गए। पुलिस रोहिंग्याओं के खिलाफ संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई कर रही है।
उप्र एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि काफी समय से सूचना मिल रही थी कि अवैध रूप से सीमा पार करके यूपी के विभिन्न जनपदों में रोहिंग्या रह रहे हैं। इस क्रम में एटीएस ने सोमवार को जनपदीय पुलिस के सहयोग से 6 जिलों में अभियान चलाया और 74 रोहिंग्याओं की गिरफ्तारी की है। बीती रात चलाए गए अभियान के तहत मथुरा से 31, अलीगढ़ से 17, हापुड़ से 13, गाजियाबाद से 4 और मेरठ-सहारनपुर से 2-2 रोहिंग्या गिरफ्तार किए गए हैं। इसके अलावा, मेरठ और हापुड़ से पांच बच्चों को भी बरामद किया गया है।
मथुरा में 31 रोहिंग्या कर रहे थे व्यापार
सर्वाधिक 31 रोहिंग्या नागरिक मथुरा के थाना जैंत क्षेत्र में गिरफ्तार हुए है। मथुरा में एटीएस ने जैंत पुलिस के साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई की है। जैंत थाना क्षेत्र में अल्हेपुर और कोटा गांव में झोपड़ी डालकर रह रहे 31 रोहिंग्या मुसलमानों को पकड़ा है। ये रोहिंग्या मुसलमान सैकड़ों की तादाद में झुग्गियां बनाकर लंबे समय से रह रहे थे। व्यस्कों से अधिक संख्या में बच्चे यहां देखने को मिले। यह जानकारी भी मिली कि एक मौलवी यहां आकर इन बच्चों को उर्दू के साथ-साथ अन्य तालीम दिया करता था। ये झुग्गियां जैंत थाना क्षेत्र के अलहपुर और कोटा गांव के बीच बनी थी। मथुरा के एसएसपी शैलेश पांडेय और एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने खुद भी आगरा-दिल्ली नेशनल हाइवे पर अलहपुर गांव के पास बनी इन झोपड़ियों पर हुई कार्रवाई की निगरानी की।
इस मामले में स्पेशल डीजी एटीएस प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अवैध घुसपैठियों पर शिकंजा कसने के निर्देश पर यूपी एटीएस समय-समय पर अभियान चलाती रही है। पिछले कई दिनों से जुटाए जा रहे खुफिया इनपुट के आधार पर सोमवार को फिर अभियान चलाया गया।
वहीं रोहिंग्या सईदुर रहमान ने बताया कि म्यांमार से अलीगढ़ 13 साल पहले आए थे। सात साल की उम्र में मां लेकर आई थी। उन्होंने बताया कि म्यामांर में हिंसा से बचने के लिए बॉर्डर क्रॉस करके भारत आए थे। उन्होंने बताया कि म्यामांर से रात के अंधेरे में दलाल लेकर आया था। पकड़े गए रोहिंग्याओं ने बिना जानकारी दिए सुबह उठा लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि रोहिंग्याओं को कार्रवाई के बारे में बताया नहीं गया।