शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में 10-12 साल की 15 बच्चियों के साथ स्कूल में यौन शोषण का मामला सामने आया है। कम्प्यूटर टीचर मोहम्मद अली को सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। बीएसए ने उसकी संविदा भी समाप्त कर दी है। वहीं तथ्यों के छिपाने के आरोप में प्रभारी प्रधानाध्यापक और एक सहायक अध्यापिका को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
यह मामला तिलहर थाना क्षेत्र के जूनियर हाई स्कूल का है। स्कूल में पढ़ाने वाली एक सहायक अध्यापिका को दो-तीन दिनों से कुछ बच्चियों के व्यवहार में बदलाव दिखा। वह उदास और डरी-सहमी थीं। अध्यापिका ने शुक्रवार को उन्हें प्यार से बुलाकर पूछा तो उन्होंने रोते हुए कंप्यूटर टीचर की सारी करतूत बताई। बच्चियों ने सबसे पहले अपनी अध्यापिका से यौन शोषण के बारे में बताया। इसके बाद अध्यापिका ने जब कंप्यूटर टीचर पर नजर रखी तो उन्होंने भी उसे बैड टच करते पाया। अध्यापिका ने बच्चियों के पैरेंट्स को मामले की सूचना दी। इसके बाद बच्चियों ने भी अपने माता-पिता को बताया।
यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद ग्रामीणों ने स्कूल में हंगामा किया था। स्कूल के शौचालय से आपत्तिजनक चीजें बरामद होने से गुस्साए ग्रामीणों ने अनुदेशक की पिटाई कर दी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला संभाला था। इस मामले में ग्राम प्रधान लालता प्रसाद की ओर से शहर के खलीलगर्वी के रहने वाले कंप्यूटर अनुदेशक मोहम्मद अली निवासी खलीलगर्वी के अलावा प्रभारी प्रधानाध्यापक अनिल कुमार और सहायक अध्यापक शाजिया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बावजूद आरोपियों को जेल न भेजने पर अभिभावकों ने रविवार को थाने पहुंचकर हंगामा किया था।
पुलिस ने आरोपी अनुदेशक को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया। दूसरी ओर छात्राओं को कड़ी सुरक्षा में राजकीय मेडिकल कॉलेज में भेजा गया। जहां उनका एक्स-रे कराने के साथ ही चिकित्सीय जांच कराई गई। बीएसए ने कंप्यूटर अनुदेशक की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इंचार्ज अध्यापक अनिल और सहायक अध्यापक शाजिया को निलंबित कर दिया है। सीओ तिलहर प्रयांक जैन व बीएसए कुमार गौरव ने गांव पहुंचकर छात्राओं व अभिभावकों के बयान दर्ज किए। बीएसए कुमार गौरव ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी ददरौल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।