बहराइच। थाना सुजौली क्षेत्र के बिहारी पुरवा निवासी एक चित्रकार को हाथियों ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। सड़क पर क्षत-विक्षत पड़े शव को देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
बिहारीपुरवा निवासी 60 वर्षीय राधेश्याम उर्फ मैनेजर पुत्र छोटे लाल एक चित्रकार था।राधेश्याम महिलाओं की तरह कपड़े पहनता था। राधेश्याम ने शादी नही की थी लेकिन उसे शादी विवाह में नाचने गाने के साथ साथ दीवारों पर चित्र बनाने का शौक था। गांव में लोगों के घरों की दीवारों पर उसने चित्रकारी की हुई है।
मंगलवार रात लगभग आठ बजे कुड़कुड़ी कुंआ गांव स्थित दुकान से चाय पीकर चमनपुर चौराहे से पैदल ही अपने साथी रामजीत वर्मा के बिहारीपुरवा गांव को चला। इसी दौरान पुल से सौ मीटर पहले खेत की ओर से निकल रहे जंगली हाथियों के झुंड ने उसे घेर कर लिया। ग्रामीणों ने टार्च जलाते हुए शोर मचाना शुरू किया लेकिन इसका हाथियों पर कोई असर नहीं हुआ। हाथियों ने चित्रकार को पैरों से रौंद कर मार डाला फिर हाथी शोर मचा रहे ग्रामीणों की ओर बढ़े तो उन सभी ने भागकर जान बचाई।
इसकी जानकारी थाने व कतर्निया रेंज को दी गई। लगभग आधा घंटे बाद सुजौली एसएचओ राजेश कुमार भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस व वन कर्मियों ने कड़ी मशक्कत करके किसी तरह चित्रकार के शव को हाथियों के बीच से निकाला। हाथी चिंघाड़ते हुए भगवान और यशपाल के गेहूं तथा लाही के खेतों को तहस-नहस करते रहे। ग्रामीणों ने हांका लगा व पटाखे दाग हाथियों का झुंड जंगल की ओर खदेड़ा। घटना से गांव में दहशत फैली हुई है।