लखनऊ। यूपी के तमाम जिलों में इस समय जीएसटी चोरी के खिलाफ छापेमारी का खौफ दिख रहा है। पिछले आठ दिनों से जारी इस छापेमारी के चलते विभिन्न शहरों के प्रमुख बाजारों में ज्यादातर दुकानों के शटर गिरे रहे हैं लेकिन व्यापारियों की नाराजगी को देखते हुए छापेमारी को फिलहाल रोक दिया गया है।
यूपी सरकार ने अगले 72 घंटे तक के लिए जीएसटी विभाग की छापेमारी को रोकने का आदेश दिया है। छापेमारी पर रोक के लिए उच्चस्तर से मौखिक आदेश दिया गया है। माना जा रहा है कि व्यापारियों का आक्रोश शांत होने के बाद फिर से छापेमारी शुरू होगी। इस बीच आईटीसी डेटा का मिलान किया जाएगा। छापेमारी से जुड़े एक अफसर ने यह जानकारी दी है।
इस बीच, व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन ने छापेमारी को लेकर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मुलाकात भी की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि नियम-कानून से कारोबार करने वाले व्यापारियों को डरने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने जीएसटी अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार के उत्पीड़न को लेकर भी जानकारी मांगी जिस पर उपाध्यक्ष ने कहा कि किसी भी कारोबारी के खिलाफ अनुचित कार्रवाई नहीं हुई है।
पुष्पदंत जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री का व्यापारियों को संदेश है कि जीएसटी में रजिस्ट्रेशन कर कारोबार करें। इससे किसी भी दुर्घटना में उन्हें दस लाख का रिस्क कवर भी मिलता है। उपाध्यक्ष ने कहा कि कोई भी सरकार आम लोगों के टैक्स से ही चलती है। लेकिन चुनिंदा लोगों द्वारा यदि टैक्स की चोरी की जा रही है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जीएसटी के अधिकारी किसी व्यापारी का उत्पीड़न कर रहे हैं, तो इसकी सूचना जरूर दें। मामला तत्काल मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा।