लखनऊ। उत्तर प्रदेश के महानगरों में प्रदूषण कम करने के बड़े अभियान में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार नगर बस सेवा के बेड़े से डीजल की बसों को धीरे-धीरे कम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को प्रदेश को 42 इलेक्ट्रिक बसों को तोहफा दिया। इनमें 34 बस लखनऊ तथा आठ बस कानपुर में चलेंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग से हरी झंडी दिखाकर 42 इलेक्ट्रिक बसों को रवाना किया। नगर विकास की इस योजना में लखनऊ को 34 तथा कानपुर को आठ बसें मिली हैं। लखनऊ में यह 34 बसें आठ रूट पर चलेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की प्रदूषण से मुक्त परिवहन सेवा इस समय की मांग है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में तेजी के साथ बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराने में हमें सफलता प्राप्त हुई है।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के दो सबसे बड़े महानगरों लखनऊ और कानपुर के लिए 42 इलेक्ट्रिक बसों का शुभारंभ हो रहा है। मैं दोनों नगर निकायों से जुड़े हुए सभी माननीय जनप्रतिनिधियों और वहां की जनता-जनार्दन का हृदय से अभिनंदन करते हुए उन्हें बधाई देता हूं। सभी इसका लाभ लें।
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशक पल्लव बोस ने बताया कि अभी लखनऊ के 22 मार्गों पर 105 ई-बसें चल रही हैं। इनसे रोजाना 35 से 40 हजार यात्री सफर कर रहे हैं। अब बेड़े में 34 और ई-बसें शामिल हो जाने से दैनिक यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
नई बसों में गुरुवार से सफर किया जा सकेगा। इन्हें विराजखंड बस स्टैंड से पीजीआई वाया अहिमामऊ, लू-लू मॉल, तेलीबाग रूट पर चलाया जाना था, लेकिन इसे निरस्त कर दिया गया है। इसकी जगह लखनऊ से नैमिष का रूट जोड़ा गया है।