लखीमपुर खीरी। वन विभाग ने आखिरकार बाघिन को भी पकड़ने में सफलता प्राप्त कर ली है। इस फले 28 जून को वन विभाग ने एक बाघ को पकड़ा था। बाघिन के पकडे जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है लेकिन अभी भी इलाके में बाघ या बाघिन के होने की संभावना के चलते लोगों में डर भी बना हुआ है। वन विभाग ने मिशन आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है।
कतर्नियाघाट व लखीमपुर जिले का कुछ हिस्सा एक-दूसरे से सटा है। दोनों जिलों के बॉर्डर के आसपास पिछले कई दिनों से बाघ-बाघिन आतंक का पर्याय बने हुए थे। करीब 12 दिन पहले लखीमपुर जिले में 18 जून की रात बाघिन ने खैरटिया गांव स्थित रामजानकी मंदिर के पुजारी महंत मोहनदास को मार डाला था। ग्रामीणों के आक्रोशको देखते हुए वन विभाग ने अगले ही दिन से ‘मिशन मंझरा’ नाम से बाघिन को खोजने और पकड़ने का अभियान शुरू किया था। इस अभियान के बीच ही बाघिन ने एक महिला समेत तीन और लोगों को मार दिया। 23 जून को खैरटिया जंगल के किनारे पशु चरा रहे 14 वर्षीय किशोर सूरज सिंह का बाघिन ने शिकार कर लिया।
26 जून को नरेंद्रनगर बेली के 33 वर्षीय नगेंद्र सिंह को बाघिन ने उस समय मार डाला, जब वह खेत में घास काट रहा था। रात दस बजे उसका अधखाया शव बरामद हुआ। अगले ही दिन 27 जून को खैरागौढ़ी गांव निवासी 40 वर्षीया महिला मिंदर कौर को बाघिन ने खेत में मार डाला।
ग्रामीणों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा था। उधर, सर्च टीम में लगी टीमों को जो पगमार्क दिख रहे थे, उससे दो बाघिन होने की पुष्टि हो रही थी। लगाए गए कैमरों में भी दो बाघों की तस्वीरें ट्रैप हो रही थीं। इससे वन विभाग असमंजस में था कि इनमें से कौन बाघिन इंसानों को निवाला बना रही है। इसी बीच 27 जून की रात वन विभाग के लगाए गए पिंजरे में एक बाघ कैद हो गया। बाघ पूरी तरह स्वस्थ है। उसके दांत भी सुरक्षित हैं। इसलिए इस बाघ के आदमखोर होने की पुष्टि नहीं हो रही थी। इसके चलते वन विभाग ने अपना अभियान जारी रखा और आखिर 29 जून की रात बाघिन भी पिंजरे में कैद हो गई।
स्वास्थ्य परीक्षण में उसके दो दांत टूटे व घिसे मिले हैं। डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि बाघ के दांत व नाखून सुरक्षित पाए गये थे। ऐसे में बाघ को संघर्षशील नहीं कहा जा सकता जबकि बाघिन के कुछ दांत व नाखून आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं। इस आधार पर तय किया गया है कि हमले बाघिन ने ही किए थे। फिलहाल अभी अभियान जारी है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही है।