बहराइच। कैसरगंज में 17 दिन पूर्व मिले शव के मामले में पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। युवक की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी ने पत्नी अपने भाई व सहयोगियों के साथ मिलकर की थी। घटना का खुलासा करने वाली टीम को एसपी ने 25 हजार रुपये नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया है।
कैसरगंज कोतवाली क्षेत्र के चुलंभा गांव निवासी संतोष सिंह का शव 29 मई को तिवारीपुर नहर पुलिया के पास बरामद हुआ था। उसकी पत्नी रीता सिंह ने हत्या की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। रीता ने पुलिस को बताया था कि बाराबंकी जिले के सफेदाबाद में पति के साथ रहती थी। वहां से पति को गांव के लिए बस में बैठाकर भेजा था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एएसपी नगर कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि जांच के दौरान पत्नी की बातों पर पुलिस को शक हुआ। पूछताछ के दौरान पत्नी कभी कुछ तो कभी कुछ बता रही थी। जांच के दौरान जब पुलिस ने पत्नी से पूछताछ की तो वह टूट गई और जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसका पति अय्याशी था और इसके लिए जमीन बेच रहा था। पूछताछ के दौरान पता चला कि संतोष के नाम काफी जमीन थी। वह लगातार इसे बेच रहा था। पत्नी इसका विरोध कर रही थी लेकिन वह मान नहीं रहा थी। इसी वजह से उसकी हत्या की गयी।
एएसपी ने बताया कि पत्नी अपने साथ पति को मायके ले गई। वहां उसको शराब पिलाई और नशे में होने के बाद गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद गांव के ही रामेंद्र को बुलाकर बाइक से शव कैसरगंज भिजवा दिया। वहां पर पहले से मौजूद पारसनाथ सिंह ने शव छिपाने में पूरा सहयोग किया। पत्नी के जुर्म स्वीकारने के बाद पुलिस ने भाई अजय सिंह निवासी डुमरियाडीह थाना वजीरगंज, जिला गोंडा व अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना में इस्तेमाल की गई बाइक भी पुलिस ने बरामद कर ली है।